
गुमला. जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति गुमला की समीक्षा बैठक उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई. बैठक में सड़क दुर्घटना से हुए मानव क्षति, नदी में डूबने से मौत, वज्रपात से हुए मौत, प्राकृतिक आपदा से फसल व मकान क्षति से संबंधित मामलों और इससे लाभुकों को मिलने वाले मुआवजा राशि के संबंध में समीक्षा की गयी. अपर समाहर्ता शशिंद्र बड़ाइक ने वज्रपात में मृतकों के संबंध में बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में वज्रपात से चार लोगों की मौत हुई है. सभी मृतकों के आश्रितों के बीच मुआवजा राशि की स्वीकृत प्रदान की गयी है. इसके अलवा विभिन्न प्राकृतिक आपदा से हुए मृतकों के आश्रितों के कुल 63 आवेदनों पर स्वीकृति प्रदान की गयी है. उन्होंने सर्पदंश के मामलों पर चर्चा करते हुए बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों से कहा कि सर्पदंश से हुई मौत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट संबंधित विभाग को अवश्य उपलब्ध करायें. उपायुक्त ने जिला अंतर्गत आनेवाले सभी वाटर फॉल, नदी व तालाब के आसपास के क्षेत्रों में खतरे से संबंधित सूचना के लिए बोर्ड लगवाने के निर्देश दिया. साथ ही बारिश के मौसम को देखते हुए बाढ़ आदि जैसे प्राकृतिक आपदा के लिए पूर्व तैयारी कर लेने का निर्देश दिया. उपायुक्त ने सभी बीडीओ व सीओ को निर्देश दिया कि अपने-अपने प्रखंड व अंचल के पंचायत भवनों, पीडीएस दुकानों, आयुष्मान आरोग्य मंदिर, सीएससी अथवा अन्य सार्वजनिक जगहों पर आपदा राहत व बचाव संबंधी पेंटिंग व बोर्ड यथाशीघ्र लगाना सुनिश्चित करेंगे, ताकि आमजनों को अधिक से अधिक जानकारी हो सके. साथ ही हिट एंड रन व प्राकृतिक आपदा की जानकारी के संबंध में भी आमजनों तक प्रचार-प्रसार कराने के लिए दीवार पर पेंटिंग व बोर्ड लगाने का निर्देश दिया. बैठक में अपर समाहर्ता गुमला, सिविल सर्जन गुमला, एलआरडीसी, एसडीओ सदर, एसडीओ चैनपुर, एसडीपीओ समेत अन्य संबंधित पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित थे.
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