गुमला. मादक पदार्थों के विरुद्ध जागरूकता अभियान (10 जून से 26 जून तक) के सफल संचालन के लिए सोमवार को नगर भवन गुमला में जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ. उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया. उपायुक्त ने कहा कि नशा न केवल शरीर को, बल्कि व्यक्ति के सपनों व भविष्य को भी नष्ट कर देता है. नशा से ग्रसित बच्चों व नागरिकों में कई मानसिक व शारीरिक लक्षण देखने को मिलते हैं. इस पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है. उपायुक्त ने कहा कि जिले को नशामुक्त बनाने के लिए सख्त कार्ययोजना तैयार की गयी है. अफीम, गांजा समेत अन्य मादक पदार्थों के सेवन व सप्लाई करने वालों पर कार्रवाई की जायेगी. उपायुक्त ने कहा कि जिले में जीरो टॉलरेंस नारकोटिक्स अभ्यास शुरू किया गया है. उन्होंने पदाधिकारियों को नशे की सप्लाई चैन व विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया. साथ ही जिले वासियों से अपील की कि यदि किसी भी व्यक्ति को नशीले पदार्थों की बिक्री या सप्लाई की जानकारी हो, तो वे सीधे उनके आधिकारिक व्हाट्सएप नंबर पर सूचना दें. सूचना देने वाले नागरिकों की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जायेगी और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी. उपायुक्त ने निर्देश दिया कि अगले 20 दिनों में जिले के सभी संबंधित थाना व पुलिस पदाधिकारी नशे के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करें और इसकी जानकारी आम जनता तक भी पहुंचायें. कहा कि सभी नागरिक सूचना तंत्र के रूप में कार्य करें और जिले को नशामुक्त बनाने के लिए प्रशासन का सहयोग करें. उपायुक्त ने अभिभावकों से भी अपील की कि वे अपने बच्चों की गतिविधियों पर सतर्क दृष्टि रखें. यदि किसी बच्चे में असामान्य व्यवहार दिखायी दे, तो तुरंत पहल कर आवश्यक कदम उठायें. यदि कोई बच्चा पहले से नशे की लत में है, तो जिला प्रशासन उसे इस बुरी लत से छुटकारा दिलाने के लिए सहयोग प्रदान करेगा. उपायुक्त ने कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों को सामूहिक रूप से नशामुक्त भारत अभियान के तहत प्रतिज्ञा दिलायी. इससे पूर्व कार्यक्रम में जिले के सभी प्रमुख विभागों पुलिस विभाग, तकनीकी शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, वन विभाग, जेसीबीएस, स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, खेल विभाग, श्रम विभाग, पंचायती राज विभाग एवं नगर परिषद के पदाधिकारियों व कर्मियों को मास्टर ट्रेनर्स द्वारा मादक पदार्थों के रोकथाम संबंधित प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण सत्र का संचालन जिला खेल पदाधिकारी मनोज कुमार, औषधि निरीक्षक पूनम देवी, जिला शिक्षा अधीक्षक नूर आलम खां, जिला परामर्शदाता (तंबाकू नियंत्रण) वंदना, महिला बाल विकास पदाधिकारी नीलम केरकेट्टा व पुलिस अवर निरीक्षक डुमरी थाना मनोज कुमार ने किया. कार्यक्रम में डीडीसी दिलेश्वर महतो, परियोजना निदेशक आइटीडीए रीना हांसदा, अपर समाहर्ता गुमला शशिंद्र कुमार बड़ाइक, एसडीओ सदर राजीव नीरज, डीसीएलआर गुमला राजीव कुमार, डीएसपी गुमला, जिला नजारत उपसमाहर्ता, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी आदि उपस्थित थे.
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