गुमला. सदर थाना के पतिया गांव निवासी मजदूर करम दयाल लोहरा (45) की बंगाल के पुकुरिया मास्टर ईंट-भट्ठा में काम करने के दौरान संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी. परिजनों के अनुसार करम दयाल की हत्या हुई है. सोमवार को वह फोन से बात किया था, उस समय तक सब ठीक था. मंगलवार को उसका शव भट्ठा से मिला है. परिजनों ने इस मामले की जांच की मांग की है. इधर करमदयाल का शव मिलने के बाद परिजन समाजसेवी प्रेम जायसवाल के साथ गुमला सदर थाना पहुंचे. परिजनों ने थानेदार महेंद्र करमाली को मामले से अवगत कराया. इसके बाद थानेदार ने बंगाल के संबंधित थाना क्षेत्र में फोन कर बात की. लेकिन बंगाली भाषा व जगह के नाम के कारण कुछ समझ नहीं आया, तो थानेदार ने परिजनों से कहा कि आपलोग पता नोट किये हैं, तो वहां जाये, कोई परेशानी होगी, तो उन्होंने अपना नंबर परिजनों को दिया और संपर्क में रहने की बात कहते हुए मृतक की पत्नी कशीला देवी को दो हजार रुपये सहयोग राशि प्रदान की. इस संबंध में चाचा महावीर लोहरा ने बताया कि करम दयाल 15 वर्ष पूर्व पलायन किया था. वह रामगढ़ के ईंट-भट्ठा पर काम करता था. अभी कुछ दिन पहले वह अपने घर पतिया आया था. एक मई को पुन: वह भट्ठा कमाने गया. रामगढ़ से वह पांच माह पूर्व बंगाल के पुकुरिया मास्टर ईंट-भट्ठा पर काम कर रहा था और वहीं रहता था. वहीं की एक महिला को वह वहां रखा था. इधर थाना में मृतक करम दयाल लोहरा की पत्नी कशीला देवी ने कहा कि सोमवार की सुबह करम दयाल लोहरा से मेरी बात हुई थी. वह ठीक था. घर का हाल समाचार लिया था. इसके बाद अपराह्न तीन बजे भी उसने फोन किया था. लेकिन फोन मेरे भतीजा के पास था, जिससे मेरी बात नहीं हो सकी. भतीजा से बात कर अच्छा से फोन को रखा था. लेकिन मंगलवार की सुबह बंगाल से फोन कर मौत होने की जानकारी दी गयी है. मेरा पति सोमवार को ठीक था, तो मंगलवार की सुबह उसकी मौत कैसे हो सकती है. इस संबंध में समाजसेवी प्रेम जायसवाल ने कहा कि पतिया गांव का मजदूर था. जब पत्नी से सोमवार को बात हुई थी, तो अचानक में उसकी मौत होने का क्या कारण है. हमलोग अपने स्तर से बंगाल शव लाने के लिए रवाना हो रहे हैं. इसके बाद शव लाने के बाद उसका दाह संस्कार पतिया गांव में किया जायेगा. साथ ही मामले की जांच व दोषी पर कार्रवाई के लिए प्रक्रिया की जायेगी.
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