सिसई. प्रखंड में लगातार हो रही बारिश से भदौली निवासी मालती देवी (45) का दो कमरे का कच्चा मकान शुक्रवार की रात ध्वस्त हो गया. कमरे में सो रही मालती देवी, उसकी बेटी आरती कुमारी (17) व बेटा शंकर गोप (15) ध्वस्त होते मकान से भाग कर बाहर निकल अपनी जान बचायी. तीन सदस्यीय परिवार अपने ध्वस्त घर के बाहर बारिश की पानी में भींगते हुए रात गुजारी. मालती देवी ने बताया कि उसका पति 12 साल से लापता है. वह मजदूरी करने पंजाब गया था, जो आज तक वापस नहीं लौटा. दो बच्चों की परवरिश की बड़ी जिम्मेदारी के साथ उसने पति की काफी तलाश की. प्रशासन से भी मदद की गुहार लगायी. लेकिन पति का कुछ पता नहीं चला. मालती ने बताया कि गरीबी के बीच दो बच्चों की परवरिश की समस्या के कारण 10 साल पहले उसके पिता ने भदौली में उसे रहने के लिए दो कमरे वाला मकान दिया था, जिसमें वह अपने दिव्यांग पुत्र व पुत्री की परवरिश कर रही है. पिता इसमें उसकी मदद करते थे. चार साल पहले उनका भी देहांत हो गया. गरीबी के कारण मालती देवी घर नहीं बना पा रही है. काफी प्रयास के बाद भी मालती देवी को सरकारी पक्का आवास नहीं मिला है. मालती ने प्रखंड प्रशासन से मुआवजा की गुहार लगायी है.
संबंधित खबर
और खबरें