
सिसई. विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल सिसई शाखा ने सरस्वती विद्या मंदिर में सत्संग संध्या का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि आर्ट ऑफ लिविंग के योग गुरु संत शिवानंद ने सत्संग में ध्यान, ज्ञान व मधुर भजन कीर्तन गाकर लोगों को खुशी व शांति का अनुभव कराया. कहा कि सत्संग का अर्थ है सत्य की संगति में बैठना, भजन शब्द बहुत मूल्यवान है. भजन का मतलब है बांटना. ईश्वरीय शक्ति को बांटना. गायन का मतलब है बस साधक में विलीन हो जाना, संतोष और ध्यान की भावना के साथ उनके स्वरों पर तैरना और यह सभी के लिए है, जो अपने अंदर सर्वश्रेष्ठ खोजना चाहते हैं. कहा आधुनिक युग व्यस्तता से भरा है, जिससे लोगों में तनाव बढ़ रहा है. इससे निर्णय क्षमता घट रही है, लोग में चिड़चिड़ापन बढ़ रहा है, पारिवारिक मतभेद बढ़ रहा है, मन व्याकुल रहता है. आप एकांत में बैठ कर पांच मिनट का ध्यान अभ्यास कीजिए. इसे मन शांत और एकाग्रता में सुधार आ जायेगा. उन्होंने योग के लाभ बताते हुए कहा कि योग शारीरिक और मानसिक कल्याण में सुधार करने के लिए एक प्राचीन अभ्यास है, इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करें. मौके पर संजय वर्मा, प्रधानाचार्य देवेंद्र वर्मा, रोहित शर्मा, मुकेश श्रीवास्तव, अरुण नारायण सिंह, विपिन झा, साहू प्रकाश लाल, कमल सिंह, विद्या सिंह, छोटेलाल ताम्रकर, भैरव सिंह खेरवार, मुकेश ताम्रकर, रोहित, अर्किता नंद देवघरिया, विक्रम लाल, लालमोहन साहू, बैजू जायसवाल, राज किशोर सोनी, मनोज सिंह आदि मौजूद थे.
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