बिशुनपुर. बिशुनपुर प्रखंड में इन दिनों लीफ कैटर किलर नामक कीड़े का प्रकोप चरम पर है. खास तौर पर यह कीड़ा बेल के पेड़ों के पत्तों को चट कर रहा है, जिससे सावन मास में भगवान शिव को अर्पित करने के लिए बेलपत्र मिलना मुश्किल हो गया है. यह प्रकोप सबसे पहले सेरका चट्टी स्थित शिवालय मंदिर के समीप एक विशाल बेल वृक्ष पर देखा गया, जहां कीड़ों ने रातों-रात सारे पत्ते चट कर डाले. इससे सावन की पहली सोमवारी पर मंदिर पहुंचे श्रद्धालुओं को बेलपत्र की किल्लत का सामना करना पड़ा. स्थानीय लोगों के अनुसार कीड़े अब आसपास के अन्य बेल वृक्षों पर भी तेजी से फैल रहे हैं और 10 में से 14 पेड़ पूरी तरह से पत्ते विहीन हो चुके हैं. इस स्थिति में भक्तों को बचे-खुचे बेलपत्रों से काम चलाना पड़ रहा है. मंदिर के पुजारी टेमन दास ने भक्तों से अपील करते हुए कहा कि अगर सावन में भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित करना है, तो जल्द से जल्द करें, वरना सभी पत्ते कीड़े खा जायेंगे. ब्राह्मणों के अनुसार, पूजा में दागी, कटा-फटा या अशुद्ध बेलपत्र स्वीकार नहीं होता, इसलिए इसकी शुद्धता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है. कृषि विज्ञान केंद्र, बिशुनपुर के वैज्ञानिकों के मुताबिक इस कीड़े का प्रसार अत्यधिक वर्षा के कारण हुआ है. हालांकि कीड़े की जानकारी वैज्ञानिकों को है, लेकिन अब तक इसकी रोकथाम की कोई ठोस पहल नहीं की गयी है. स्थिति को देखते हुए आशंका है कि इस वर्ष शिव भक्तों को शुद्ध बेलपत्र की भारी किल्लत का सामना करना पड़ सकता है.
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