
गुमला. नगर भवन गुमला में मादक पदार्थों के विरुद्ध में जिला स्तरीय कार्यशाला हुआ. इसमें कई कॉलेजों, स्कूलों व पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्र शामिल हुए. मुख्य अतिथि एसपी हारिश बिन जमां ने कहा कि स्कूल के आसपास किसी तरह के मादक पदार्थों की बिक्री होने पर इसकी सूचना त्वरित अपने शिक्षक, माता पिता तथा पुलिस प्रशासन को दें. यह आपकी जिम्मेवारी बनती है कि न नशा करें और न किसी को करने दें. साथ ही अच्छी संगति में रहें. बुरी संगति आपको गलत आदतों का शिकार बना देगी. इसलिए नशे को ना और जीवन को हां, जैसे स्लोगन को अपने जीवन में आत्मसात कर स्वयं से इसकी शुरुआत करें. मादक पदार्थों के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन सतत प्रयासरत है. एसी शशिंद्र बड़ाइक ने कहा कि मादक पदार्थों के विरुद्ध राज्यव्यापी जन जागरूकता अभियान के समापन के अवसर पर हम सभी यहां एकत्रित हुए हैं. अभियान को और आगे बढ़ाना है. डॉ शारिब अहमद ने बताया कि मादक पदार्थों के विरुद्ध जागरूकता अभियान का इस वर्ष वर्ष का थीम है ब्रेक द साइकिल इसके आधार पर इस वर्ष यह अभियान चलाया गया. वंदना स्मिता ने बताया कि स्कूली बच्चों में छोटे स्तर पर यह प्रवृति बढ़ती जा रही है. इस लत को छुड़ाना आवश्यक है. जिला खेल पदाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि भाग-दौड़ वाली जिंदगी में सभी मानसिक दबाव में रहते हैं और धीरे-धीरे नशे के आदि होने लगते हैं. महिला बाल विकास पदाधिकारी नीलम केरकेट्टा ने बताया कि जिला बाल संरक्षण इकाई गुमला द्वारा नशे में लिप्त बच्चों की काउंसलिंग की जाती है. मंच संचालन सामान्य शाखा पदाधिकारी सुशील खाका व डीएसओ मनोज कुमार ने किया.
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