Table of Contents
- लोहरदगा : नक्सल प्रभावित इलाकों के बूथों पर मतदाताओं की भीड़
- लोगों ने बिना किसी भय के खुलकर किया मतदान
- वोट डालने आ रहे पति की मौत, पत्नी घायल
- पहचान पत्र लाने घर गए, लौटते समय पिकअप ने कुचला
गुमला, दुर्जय पासवान : झारखंड में लोहरदगा लोकसभा क्षेत्र के नक्सल प्रभावित इलाकों में बंपर वोटिंग हुई. मतदाताओं का उत्साह चरम पर रहा. यही वजह थी कि कई बूथ पर 10 से 15 किलोमीटर की पैदल दूरी तय करने के बाद लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
लोहरदगा : नक्सल प्रभावित इलाकों के बूथों पर मतदाताओं की भीड़
लोहरदगा लोकसभा के गुमला जिला इलाके में मतदान शांतिपूर्ण रहा. नक्सल इलाकों के बूथों में वोटरों की भीड़ रही. 10 से 15 किमी पैदल चलकर वोटर वोट डालने बूथ तक पहुंचे. इससे पहले गुमला और भरनो में कई बूथों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) खराब हो गई. कहीं आधे घंटे तो कहीं एक घंटा देर से वोटिंग हुई. कई जगह वोटिंग देर से शुरू होने से लोगों में आक्रोश देखा गया.
लोगों ने बिना किसी भय के खुलकर किया मतदान
नक्सल प्रभावित इलाकों के गांवों के बूथ पर लोगों ने खुलकर और बिना किसी भय के मतदान किया. लोगों ने कहा कि गांव में पानी, बिजली, सड़क, शौचालय की समस्या दूर करने के लिए वोट दिया है. लोगों ने सांसद और विधायक के प्रति नाराजगी दिखी. लोगों ने कहा कि 5 साल में दोनों प्रतिनिधि कभी गांव नहीं आए.
वोट डालने आ रहे पति की मौत, पत्नी घायल
गुमला जिले के बनालात में मतदान करने के लिए बूथ पर आ रहे एक दंपती सड़क हादसे का शिकार हो गया. हादसे में पति की मौत हो गई, जबकि पत्नी घायल हो गई. बताया जा रहा है कि ये लोग वोट डालने बनालात बूथ पर आए थे. ये लोग अपने साथ कोई पहचान पत्र लेकर नहीं आए थे.
पहचान पत्र लाने घर गए, लौटते समय पिकअप ने कुचला
मतदान केंद्र में निर्वाचन पदाधिकारी ने उसे पहचान पत्र लाने के लिए कहा. दंपती वापस घर चला गया और पहचान पत्र लेकर वोट डालने बूथ आ रहे थे. तभी एक पिकअप गाड़ी ने उसे कुचल दिया, जिससे पति की मौत ही गई.