घरों में दुबके रहते थे लोग, नौजवान करते थे पलायन
पीएम मोदी ने कहा कि गुमला जिले का बसिया प्रखंड एक समय माओवादी हिंसा के लिए जाना जाता था. लोग अपने घरों में डरे-सहमे दुबक के रहते थे. लोगों के पास कोई रोजगार नहीं था. जमीनें खाली पड़ी थी और नौजवान पलायन कर रहे थे. इसी बीच एक विकास का दीपक जला. बसिया प्रखंड निवासी ओम प्रकाश साहू ने हिंसा का रास्ता छोड़ मत्स्य पालन शुरू किया. उन्होंने न केवल खुद इस रास्ते को चुना, बल्कि अपने साथियों को भी इसके लिए प्रेरित किया.
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पीएम मत्स्य संपदा योजना से मिली ताकत
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना से मछली पालन करने वाले लोगों को नयी ताकत मिली. योजना के तहत मत्स्य पालन का प्रशिक्षण दिया गया. साथ ही तालाब बनाने में भी लोगों को मदद मिली. देखते ही देखते गुमला में मत्स्य क्रांति की शुरुआत हुई. आज बसिया प्रखंड में 150 से अधिक परिवार मछली पालन से जुड़ चुके हैं.
नक्सली संगठन से जुड़े लोगों ने अपनाया मत्स्य पालन
ओम प्रकाश साहू की पहल से धीरे-धीरे परिस्थितियां बदली. नक्सली संगठन से जुड़े कई लोगों ने भी मत्स्य पालन को अपनाया. जो लोग पहले हाथों में बंदूक थामे नजर आते थे, अब उनके हाथों में मछली के जाल हैं. वे सभी लोग सम्मान से जीवन जी रहे हैं. साथ ही कई लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं.
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