
घाघरा. बिहार के गाजीपुर देव चंदपुर गांव के ईंट-भट्ठा पर खंभिया गांव निवासी मजदूर बालेश्वर गोप की मौत हादसे से नहीं, बल्कि उसकी हत्या हुई है. हत्या उसके ही दोस्त ने की है. ग्रामीणों ने हत्या के आरोपी में बालेश्वर के दोस्त महली गोप को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया है. पुलिस महली गोप से पूछताछ कर रही है. वहीं बालेश्वर गोप की हत्या मामले में उसके पुत्र सुबोध गोप ने घाघरा थाना में लिखित आवेदन सौंपा है. आवेदन मिलने के बाद घाघरा पुलिस ने गाजीपुर जिले की पुलिस से संपर्क की है, जिससे मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जा सके. बता दें कि मृतक के पुत्र सुबोध गोप ने घाघरा थाना में लिखित आवेदन देकर मृतक के साथ रह रहे उसके दोस्त महली गोप पर हत्या का आरोप लगाया है. आवेदन में सुबोध ने कहा है कि उसके पिता गाजीपुर जिले के देवचंदपुर गांव स्थित एसएसबी नामक ईंट-भट्ठा में कोयला ढोने का काम करते थे. रथयात्रा के दिन शुक्रवार की रात नौ बजे बालेश्वर की बात उसकी बेटी शीला देवी से हुई थी. इसके बाद शनिवार को सुबह 8.00 बजे जब बेटी द्वारा बालेश्वर के मोबाइल पर फोन किया गया, तो फोन नहीं उठाया. साथ ही गुनिया गांव निवासी सरदार दिलीप गोप द्वारा बताया गया कि बालेश्वर की मौत हो गयी है. जिसके बाद प्राइवेट एंबुलेंस में शव को लेकर आ रहे थे. पर बीच रास्ते में सरदार व भट्ठा मालिक एंबुलेंस छोड़ कर सिर्फ ड्राइवर व खलासी एवं साथ में रह रहे महली गोप के साथ मृतक को घर लाया गया. तब महली गोप से पूछताछ की गयी कि आपदोनों साथ में रहते थे. मेरे पिता की मौत कैसे हुई. आप बतायें. इसके बाद महली ने बताया कि मैं गलती से उसको मारा, जिससे उसकी मौत हो गयी. इसके बाद गांव के मुखिया के अलावा ग्रामीणों ने महली को घाघरा थाना में सुपुर्द कर दिया. इस संबंध में थानेदार पुनीत मिंज ने कहा कि मृतक के परिजनों द्वारा आवेदन प्राप्त हुआ है. उक्त आवेदक को घटना स्थल से संबंधित थाना में भेजा जायेगा और आगे की कार्रवाई की जायेगी.
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