तेलंगाना टनल हादसा : सुरंग तक पहुंचे गुमला के श्रमिकों के परिजन, आंखों में आ गये आंसू
Telangana Tunnel Collapse News: तेलंगाना के सुरंग में फंसे झारखंड के गुमला जिले के 4 श्रमिकों के परिजन तेलंगाना पहुंच गये हैं. जिला प्रशासन की मदद से उन्हें टनल तक ले जाया गया. वहां की स्थिति देख श्रमिकों के परिजन रो पड़े.
By Mithilesh Jha | February 25, 2025 10:40 PM
Telangana Tunnel Collapse News|गुमला, दुर्जय पासवान : तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले के श्रीशैलम के टनल में फंसे गुमला जिला के 4 श्रमिकों के परिजन उस सुरंग तक पहुंच गये हैं. मंगलवार को मजदूरों के परिजन टनल तक पहुंचे. वहां का नजारा देख उनकी आंखें भर आयीं. परिजनों ने ईश्वर से प्रार्थना की, ‘हे भगवान, हमारे बच्चों को बचा लो.’ प्रभात खबर (prabhatkhabar.com) में छपी रिपोर्ट के बाद बाद गुमला प्रशासन ने सभी 4 मजदूरों के परिवारों से एक-एक सदस्य को तेलंगाना भेजा है. परिजनों के साथ गुमला जिला प्रशासन के 2 अधिकारी भी वहां गये हैं. तेलंगाना की सरकार ने सुरंग में फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए अब तक क्या-क्या कदम उठाये हैं, इसकी भी जानकारी गुमला के श्रमिकों के परिजनों और झारखंड सरकार के अधिकारियों को दी.
मजदूरों का रेस्क्यू ऑपरेशन चालू है : नागरकुरनूल के जिलाधिकारी बधावथ
श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल टनल परियोजना के एक हिस्से के ढह जाने की घटना में गुमला जिले के 4 श्रमिक समेत कुल 8 मजदूर फंसे हैं. नागरकुरनूल जिले के जिलाधिकारी बधावथ संतोष ने परिजनों से मुलाकात की. उन्हें घटनास्थल तक ले गये. जिलाधिकारी ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. ऑपरेशन की संवेदनशीलता को देखते हुए परिजनों को 3-4 दिन तेलंगाना में रुकना पड़ सकता है. अभी रैट माइनिंग टेक्नोलॉजी से फंसे श्रमिकों को निकालने का प्रयास चल रहा है. इसके साथ साथ ऊपरी सतह से ड्रिलिंग करने की भी तैयारी की जा रही है. इसके लिए दिल्ली से जियोलॉजिकल की टीम को बुलाया गया है.
हेमंत सोरेन ने पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद का दिया है निर्देश
तेलंगाना में हुए टनल हादसे की गंभीरता को देखते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर जिला जिला प्रशासन ने श्रमिकों के परिजनों को हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया है. उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने कहा है कि सोमवार शाम को सभी 4 श्रमिकों के परिजनों में से एक-एक सदस्य को फ्लाइट से नागरकुरनूल भेजा गया. सभी परिजन वहां पहुंच चुके हैं.
परिजनों के साथ गुमला जिला प्रशासन की ओर से डीएफएफटी फेलो अविनाश पाठक एवं गुमला पुलिस के सब-इंस्पेक्टर निखिल आनंद भी तेलंगाना गये हैं. ये दोनों पदाधिकारी श्रमिकों के परिजनों की वहां मदद कर रहे हैं. गुमला जिला प्रशासन और परिजनों को उम्मीद है कि सभी श्रमिक सुरक्षित बाहर आयेंगे. गुमला जिला प्रशासन तेलंगाना सरकार एवं स्थानीय प्रशासन के संपर्क में है और बचाव कार्यों की नियमित जानकारी ले रहा है.
टनल में फंसे मजदूरों के परिजन गुमला में हर दिन पूजा-पाठ कर रहे हैं, ताकि सभी सुरक्षित लौट सकें. गुमला के 4 श्रमिकों समेत सभी 8 श्रमिक 3 दिन से टनल में फंसे हैं. टनल के अंदर वे कैसे हैं, इसकी कोई जानकारी किसी को नहीं है. अब तक श्रमिकों से किसी प्रकार का संपर्क नहीं हो पाया है. नागरकुरनूल प्रशासन ने कहा है कि मिट्टी पूरी तरह ढह गया है. गीली मिट्टी के नीचे सभी मजदूर फंसे हैं. इसलिए मजदूरों के बारे में कोई भी सटीक जानकारकी दे पाना संभव नहीं है. हालांकि, तेलंगाना सरकार ने उम्मीद नहीं छोड़ी है. इसलिए रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है.
घर लौटना चाहते हैं गुमला के मजदूर
तेलंगाना में अभी भी 100 से अधिक गुमला के मजदूर हैं. सभी अलग-अलग प्रखंडों और गांवों के हैं. टनल हादसे के बाद 4 दिन से यहां काम ठप है. मजदूरों को 3 महीने से मजदूरी नहीं मिली है. जो मजदूर सुरक्षित हैं, वे अब गुमला लौटना चाहते हैं. मजदूरों ने कहा है कि अगर कंपनी उन लोगों का बकाया 3 माह का वेतन दे दे, तो वे गुमला लौट जायेंगे.