गुमला. गुमला में पहली बार एक पेड़ गिरने से छह घंटे जाम रहा. पेड़ के कारण गुमला व लोहरदगा मार्ग में पांच किमी की दूरी तक वाहनों की लंबी कतार लग गयी थी. लोग सोमवार की रात दो बजे से बुधवार की सुबह आठ बजे तक परेशान रहे. किसी प्रकार पेड़ की मोटी डालियों को प्रशासन व स्थानीय लोगों ने काट कर हटाया. इसके बाद आवागमन सुचारू हुआ. दरअसर गुमला शहर के दुंदुरिया सोसो मोड़ के समीप गुमला-लोहरदगा मार्ग पर सोमवार की देर रात दो बजे एक विशालकाय पीपल का पेड़ गिर गया. पेड़ बीच सड़क पर गिरा, जिससे सड़क पूरी तरह से जाम हो गया और आवागमन बाधित हो गया. सड़क की दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. मंगलवार की सुबह को गुमला प्रशासन की पहल पर जेसीबी की सहायता से उक्त पेड़ को सड़क के बीच से हटाया गया. इस बीच टूटे हुए पेड़ को सड़क से हटाने में स्थानीय लोगों ने भी सहयोग किया. इधर, काफी मशक्कत के बाद सुबह के आठ बजे पेड़ को सड़क से हटाया गया. इसके बाद यातायात व्यवस्था बहाल हुई. पेड़ के टूट कर गिरने से एक बिजली का पोल टूट कर गिर गया. हालांकि किसी तरह से कोई हताहत नहीं हुई है. इस संबंध में दुंदुरिया निवासी समाजसेवी विद्या मिश्रा ने कहा है कि लोहरदगा रोड दुंदुरिया की मुख्य सड़कों के किनारे एक दर्जन से अधिक पीपल के पेड़ है, जो 200 साल से भी पुराने हैं. सभी पेड़ बूढ़े हो चुके हैं. इस कारण हवा पानी आते पेड़ या तो पेड़ की डालियां टूट कर गिरती रहती हैं. उन्होंने लोगों की जानमाल की रक्षा के लिए सूखे पेड़ की डालियों को कटवाने की मांग की है.
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