संवाददाता, जामताड़ा. हूल दिवस के अवसर पर भोगनाडीह में हुए लाठीचार्ज के विरोध में भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का सुभाष चौक में पुतला दहन किया गया. जिलाध्यक्ष सुमित शरण ने कहा कि पूरे संथाल में हूल की शुरुआत संथाल परगना के भोगनाडीह से ही हुई थी. सिदो कान्हू ने हूल आंदोलन की शुरुआत की थी. उनके वंशज का पहला अधिकार सिदो कान्हू की पूजा करने का है, लेकिन इस कार्यक्रम को करने का उनके वंशज जब वहां गए तो सरकार ने बर्बरता से उनके वंशजों पर पुलिस प्रशासन द्वारा लाठी चलवाया. कहा कि प्रशासन को समझना चाहिए कि वह किनके ऊपर लाठी चला रहा था. जिनकी पूजा हो रही थी, जिनकी गाथाएं पूरे झारखंड में सुनाया जा रहा था. जिनके बारे में लोग प्रार्थना कर रहे थे. ऐसे सिदो कान्हू के वंशजों पर बर्बरतापूर्वक लाठी चलायी गयी, जो निंदनीय है. सरकार दम भरती है कि वह आदिवासियों की सरकार है और आदिवासियों के देवता के वंशजों को ही उन्होंने बेइज्जत करने का काम किया है. भोगनाडीह को जलियांवाला बाग बनाने की कोशिश की गयी है. भारतीय जनता पार्टी इसका पुरजोर विरोध करती है और आदिवासियों के साथ खड़ी है. सिदो कान्हू के जो विचार थे. उसको आगे लेकर बढ़ने वाली पार्टी भारतीय जनता पार्टी है. मौके पर भाजयुमो प्रदेश महामंत्री मनीष दुबे, महामंत्री दिलीप हेमब्रम, किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री कमलेश मंडल, भाजपा नेता माधव चंद्र महतो, ज़िला उपाध्यक्ष सुकुमार सरखेल, ज़िला मंत्री मोहन शर्मा, आभा आर्या, प्रदीप राउत, अब्दुर रकीब अंसारी, किरण बेसरा, मंगल सोरेन, निर्मल सोरेन, चंदन राउत, अबीता हांसदा आदि थे.
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