प्रतिनिधि, नारायणपुर. नारायणपुर प्रखंड में स्वास्थ्य विभाग इन दिनों चर्चा में है. विभाग के लाख प्रयासों के बाद भी व्यवस्थाओं में सुधार होने का नाम नहीं ले रहा है. चैनपुर गांव में निर्मित आयुष्मान आरोग्य मंदिर जर्जर अवस्था में रहा है. जानकार बताते हैं कि इस भवन का निर्माण आज से लगभग 40 वर्ष पूर्व हुए थे. इतने वर्षों में केवल भवन की संरचना बची है. वही बहुत बड़ी बात है. भवन जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है. प्लास्टर और दीवारें रह कर गिर जा रही है. खिड़की दरवाजे भी अपने पर भरोसा नहीं रख रहा है. उपचार करने वाले चिकित्सक और आने वाली रोगी दोनों जान हथेली पर रखकर यहां आ रहे हैं. प्रखंड मुख्यालय के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ देने के लिए इस केंद्र का निर्माण कराया गया था, लेकिन समय के साथ अब यह अपनी बदहाली पर खुद आंसू बहा रहा है. इसकी सुधि लेने वाला कोई नहीं है, जो अवस्था इस केंद्र की है इसमें कभी भी कोई अप्रिय घटना घट सकती है, जो लोगों को उपचार देने का केंद्र है आज उन्हें खुद उपचार या यूं कहें तो मरम्मत की जरूरत है, लेकिन यहां दर्द भरी दास्तां कौन सुनता है और किसे सुनाया जाय. केंद्र में पदस्थापित एसीएचओ डॉ शिखा महतो ने बताया कि वर्षों से यह भवन जर्जर है. यहां काम करने में डर तो लगता है, लेकिन किया भी किया जा सकता है. विभाग को कई बार इस विषय से अवगत करा चुकी हूं. डर के साए में बस इसी उम्मीद से यहां काम कर रही हूं कि बहुत जल्द ही इस केंद्र की दशा बदलेगी. हालांकि कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि एसीएचओ भी समय पर नहीं आती है. केंद्र का समय 9:00 बजे से है. लेकिन 10:00 के बाद ही आती है. – क्या कहते हैं अफसर केंद्र की जर्जर अवस्था को लेकर विभाग को लिखा गया है. बरसात का समय है. ऐसे समय में आसपास खाली भवन को देखा जा रहा है. उसी में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत शिफ्ट किया जायेगा. केंद्र में पदस्थापित पदाधिकारी को प्रतिदिन समय पर आना है. मामले की जांच की जायेगी. – अवध नाथ यादव, जिला आयुष पदाधिकारी
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