भारतीय रेल के लिए एक नया कीर्तिमान: चिरेका ने वित्तीय वर्ष 2025-26 में स्थापित किया नया मानक प्रतिनिधि, मिहिजाम. भारतीय रेलवे के गौरव, चित्तरंजन लोकोमोटिव वर्क्स (चिरेका) ने वित्तीय वर्ष 2025-26 में एक ऐसा ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया है, जिसने पूरे देश को गर्व से भर दिया है. मात्र 75 कार्य दिवसों में 200वें रेलइंजन का निर्माण कर चिरेका ने यह सिद्ध कर दिया है कि वह नवाचार और दक्षता के मामले में सबसे आगे है. यह किसी भी वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में हासिल किया गया सबसे तेज 200वें रेलइंजन का गौरवशाली आंकड़ा है, जो चिरेका की अद्भुत उत्पादन क्षमता का परिचायक है. इस वित्तीय वर्ष के 200वें विद्युत रेलइंजन को चिरेका कारखाना प्रांगण से पूरे उत्साह के साथ रवाना किया गया. यह उपलब्धि रिकॉर्ड 75 कार्य दिवसों में हासिल की गयी, जो किसी भी वित्तीय वर्ष में अब तक की सर्वाधिक तेज उत्पादन दर को दर्शाती है. चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए चिरेका को 777 लोकोमोटिव के उत्पादन का महत्वाकांक्षी लक्ष्य दिया गया है, और इस शुरुआती रफ्तार को देखते हुए यह लक्ष्य हासिल करना मुश्किल नहीं लगता. पिछले वित्तीय वर्ष 2024-25 की तुलना में चिरेका ने यह कीर्तिमान 27 दिन पहले ही हासिल कर लिया है. गत वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में 200वें लोको का उत्पादन 102 कार्य दिवसों में 30 जुलाई 2024 को किया गया था, जबकि इस बार यह आंकड़ा बहुत पहले ही छू लिया गया. इस असाधारण उपलब्धि में चिरेका की डानकुनी स्थित सहायक इकाई का योगदान भी बेहद महत्वपूर्ण रहा है. इसने अब तक 48 लोको का उत्पादन किया है, जो किसी भी वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में इनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ उत्पादन आंकड़ा है. चिरेका के महाप्रबंधक विजय कुमार ने इस गौरवशाली उपलब्धि के लिए “समर्पित, कार्य कुशल टीम सीएलडब्ल्यू ” की पूरी टीम को हार्दिक बधाई दी है. यह न केवल चिरेका के लिए, बल्कि भारतीय रेलवे के लिए भी एक मील का पत्थर है.
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