नारायणपुर. कहते हैं आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है. ऐसा ही एक मामला नारायणपुर प्रखंड के कोरीडीह-वन पंचायत अंतर्गत मंडल टोला में सामने आया है. यहां ज़ब दोनों चापाकल खराब हो गया और पंचायत स्तर पर कई बार अनुरोध करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो पेयजल समस्या से निदान पाने के लिए गांव की महिलाओं ने जुगाड़ बिठा लिया. महिलाओं ने बताया कि विगत एक महीने से दो चापाकल खराब होने से लगभग 20 से 25 घरों के लोग पेयजल के लिए परेशान हैं. मंगलवार को गांव के सीताराम मंडल, अर्जुन मंडल, हरिहर मंडल, सोनिया देवी, कौशल्या देवी व राधिया देवी आदि ने जानकारी देते हुए बताया कि मंडल टोला में मात्र दो सरकारी चापाकल है. एक बजरंगबली मंदिर के सामने एवं दूसरा काली मंदिर के सामने. इसी दोनों चापाकल से लगभग 20 से 25 घरों के परिवार वाले पेयजल का उपयोग करते हैं. वर्तमान में एक महीना से दोनों चापाकल ने पानी देना बंद कर दिया है. काली मंदिर के सामने वाला चापाकल का चेन टूट गया है. जबकि बजरंगबली मंदिर के सामने वाला चापाकल का गर्मी का मौसम आते ही जलस्तर नीचे चल गया. ग्रामीणों का कहना है कि एक साथ दोनों चापाकल खराब हो जाने से पेयजल समस्या और भी गंभीर हो गयी है. पेयजल समस्या से छुटकारा पाने में ग्रामीण एकजुट हुए. इस बीच महिलाओं ने चापाकल की टूटी हुई चैन में रड लगाकर पानी निकालने की व्यवस्था शुरू की. हालांकि यह वैकल्पिक व्यवस्था दिक्कतों से भरी है, लेकिन पेयजल समस्या के निदान के लिए थोड़ी बहुत राहत वाली बात है. ग्रामीणों ने कहा कि पंचायत के मिस्त्री, जनप्रतिनिधि और विभाग को पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने की दिशा में शीघ्र पहल करनी चाहिए. मौके पर ममता देवी, सीता देवी, बुनिया देवी, दिलासी देवी, रोहित मंडल, बलदेव तुरी, सोनी कुमारी, सीताराम मंडल, धनेश्वर मंडल, विनोद मंडल सहित अन्य ने विभाग से जल्द चापाकल मरम्मत करने की मांग की है.
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