संवाददाता, जामताड़ा. संयुक्त कृषि भवन सभागार में बुधवार को जिलास्तरीय खरीफ कर्मशाला-2025 का आयोजन किया गया. इसका शुभारंभ डीसी रवि आनंद, डीडीसी निरंजन कुमार ने संयुक्त रूप से किया. डीसी ने कहा कि आप सभी अवगत हैं कि जामताड़ा कृषि प्रधान जिला है, ज्यादातर लोग कृषि पर आश्रित हैं. कृषि जीवन का आधार है. इस वर्ष सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है. कहा कि हमारे देश का वेदर वैसा है कि यहां मानसून आधारित खेती होती है. कई बार कम तो कभी ज्यादा बारिश हो जाती है. उन्होंने किसानों से कहा कि बदलते मौसम के अनुसार खेती करें, ताकि कठिनाइयों का सामना न करना पड़ें. वहीं उन्होंने किसानों से मॉडर्न टेक्नोलॉजी के बारे में अवेयर होने और उसका लाभ उठाने की अपील की. कहा कि आत्मा के द्वारा कई कार्य किए जा रहे हैं. आप लोग कृषि कार्यालय में आकर जानकारी लें. डीसी ने कहा कि कृषि वैसा क्षेत्र है जिसकी महानता कभी कम नहीं होने वाली है. बढ़ती आबादी के साथ-साथ कृषि योग्य भूमि कम हो रही है, इस परिस्थिति में तकनीक का उपयोग करके कम जगह में अधिक उत्पादन करें. साथ ही प्रोडक्शन एवं प्रोडक्टिविटी को भी बढ़ाएं. डीसी ने सभी छह प्रखंडों के बीटीएम सहित उप निदेशक आत्मा को कृषि कार्य के निमित्त टैब प्रदान किया. सांकेतिक रूप से पांच किसानों के बीच उड़द के बीज का वितरण किया गया. मौके पर डीएओ लव कुमार, भूमि संरक्षण पदाधिकारी रिजवान अंसारी, बीटीएम सहित अन्य मौजूद थे.
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