प्रतिनिधि, फतेहपुर. जिले के विभिन्न स्थानों के कुल 132 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, आयुर्वेद आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, यूनानी आरोग्य मंदिरों में 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया. प्रति आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में योग के प्रचार व योग के लिए आवंटित पांच-पांच हजार रुपये कहीं भी खर्च नहीं किया गया. इसे लेकर योग शिक्षकों में काफी रोष हैं. जिले में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में न तो सुचारू रूप से योग कराया गया और न ही इस मद का उपयोग हुआ, जबकि राज्य नोडल पदाधिकारी की ओर से चिट्ठी में स्पष्ट रूप में यह उल्लेखित किया गया कि प्रति आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में योग के प्रचार के लिए फ्लैक्स 5×4, विभिन्न रंगों के चार तरफ आईलेट आदि लगाना है. प्रति आयुष्मान आरोग्य मंदिरों को पांच-पांच हजार रुपये व्यय करना है. नाला के योग शिक्षक रंजन कुमार ने बताया कि आखिर जब इस राशि को योग पर खर्च करनी थी और इसका लिखित आदेश भी था तो आखिर इसका क्यों नहीं सदुपयोग किया गया है. इसकी जांच होनी चाहिए. इस संदर्भ में जिला सिविल सर्जन आनंद मोहन सोरेन से बात की गई तो उन्होंने इसके लिए जिला एकाउंट मैनेजर मनोज प्रजापति से बात करने के लिए कहा, जब मनोज प्रजापति से इस संदर्भ में बात की गयी तो उन्होंने डीपीएम प्रदीप कुमार महतो से बात करने को कहा, जब प्रदीप कुमार महतो से बात कीग यी तो उन्होंने कहा कि इसको लेकर एमओआइसी अथवा बीपीएम से बातें करें. अंत में कुंडहित के बीपीएम सलीम खान से बात की गयी तो कहा कि योग सेशन तो हुआ है, लेकिन जहां तक पांच हजार रुपये खर्च करने की बात है वह एकाउंट मैनेजर मनोज प्रजापति ही बता पायेंगे. इन पदाधिकारियों से बात करने पर यह स्पष्ट हो गया कि इस मद पर कोई खर्च कहीं नहीं किया गया, जो कि जांच का विषय है. इसको लेकर योग शिक्षक रंजन कुमार ने जांचोपरांत कार्रवाई की मांग की है.
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