जामताड़ा. चैत्र नवरात्र को लेकर जिले भर में खास उत्साह है. श्रद्धालु मां दुर्गा के मंदिर व अपने-अपने घरों में कलश स्थापित पर नवरात्र मना रहे हैं. नवरात्र के तीसरे दिन मंगलवार को मां दुर्गा के चंद्रघंटा स्वरूप की आराधना की गयी. बताया जाता है कि मां दुर्गा का यह स्वरूप बेहद सौम्य और ममतामयी है. जो लोग इस दिन कठिन व्रत का पालन करते हैं, उन्हें सुख-शांति की प्राप्ति होती है. वहीं, यह व्रत मां चंद्रघंटा की कथा के बिना अधूरा माना जाता है. मां चंद्रघंटा का वाहन सिंह है. मान्यता है कि मां चंद्रघंटा की सच्ची निष्ठा से पूजा-अर्चना करने से जीवन में शांति, समृद्धि और मानसिक संतुलन आता है. मां चंद्रघंटा को दूध और दूध से बनी मिठाइयों का भोग समर्पित किया गया. वहीं दूसरी ओर चैत्र नवरात्र पर जामताड़ा शहर के राजबाड़ी स्थित रक्षा काली मंदिर में प्रतिदिन अनुष्ठान जारी है. सुबह से ही श्रद्धालु मंदिर में पूजा-अर्चना को लेकर जुट रहे हैं. वहीं प्रतिदिन शाम में महाप्रसाद वितरण किया जाता है तथा रात में बांग्ला पाला कीर्तन का आयोजन किया जा रहा है. इस कारण श्रद्धालु देर रात तक रक्षा काली मंदिर पहुंचकर कीर्तन का आनंद ले रहे हैं. वहीं दूसरी रक्षा काली मंदिर के बाहर मेला जैसा नजारा प्रतिदिन देखने को मिल रहा है. बच्चों के लिए खिलौने से लेकर कई प्रकार की दुकानें लग रही है.
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