सर्पदंश के बाद गोल्डेन टाइम को नहीं करें बर्बाद

जिले में बारिश के मौसम में अचानक सर्पदंश के मामले बढ़े हैं. सर्पदंश से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग अभी भी इलाजरत हैं.

By ANUJ SINGH | July 24, 2025 10:18 PM
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कोडरमा बाजार. जिले में बारिश के मौसम में अचानक सर्पदंश के मामले बढ़े हैं. सर्पदंश से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग अभी भी इलाजरत हैं. जानकारों की मानें, तो सर्पदंश के बाद कुछ घंटा गोल्डेन टाइम होता है. इस बीच यदि मरीज को चिकित्सकीय उपचार मिल जाये, तो उसकी जान बच सकती है. कई मामले ऐसे भी आये हैं, जब सर्पदंश के बाद लोग झाड़फूंक के चक्कर में पड़ते हैं और समय की बर्बादी करते हैं. इससे जानमाल को नुकसान पहुंचता है. स्वास्थ्य विभाग और जानकारों के अनुसार कोडरमा का भौगोलिक स्वरूप पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण प्रायः वर्षा के दिनों में सर्पदंश के मामले हर वर्ष बढ़ जाते हैं. स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों पर गौर करें तो मई, जून और जुलाई में अब तक सर्पदंश के 23 मामले आ चुके हैं. हालांकि इनमें एक की भी मौत सदर अस्पताल में नहीं हुई. एक मरीज की मौत रिम्स जाने के दौरान रास्ते में हो गयी. ग्रामीण इलाकों में जागरूकता का अभाव:

सबसे बड़ी विडंबना है कि ज्यादातर लोग सर्पदंश की घटना के बाद जागरूकता के अभाव में अथवा अंधविश्वास के कारण इलाज के बजाय पीड़ित को झाड़फूंक के सहारे ठीक कराने का प्रयास करते हैं. इससे मरीज की स्थिति गंभीर हो जाती है और पीड़ित की असमय मौत हो जाती है. कभी-कभी तो पीड़ित व्यक्ति की मौत के बाद भी झाड़फूंक के जरिये उसे पुनः जीवित करने का प्रयास किया जाता है.

सांप डंसने के बाद क्या करें और क्या नहीं करें.

डॉ रविकांत ने बताया कि यदि किसी को सांप ने डंसा है, तो उस सांप को पकड़ने अथवा मारने में समय बर्बाद न करें. हो सके तो पहचान के लिए उसका फोटो लें. मरीज को चलने फिरने नहीं दें, इससे जहर पूरे शरीर में फैलने की आशंका रहती है. शरीर के जिस अंग में सर्पदंश हुआ है, उस जगह को अच्छी तरह डेटोल से साफ कर दें. साफ पट्टी हल्के से बांध दें. उसे सोने नहीं दें. जितना जल्दी हो सके उसे नजदीकी अस्पताल ले जायें, ताकि अविलंब उसका इलाज शुरू हो सके. बरसात के दिनों में जमीन पर सोने से परहेज करें.

सर्पदंश के मामले को देखते हुए एंटी स्नैक इंजेक्शन (एवीएस) क्रय कर सदर अस्पताल समेत जिले के विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध कराया गया है. सांप के डंसने की दवा और इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है.

डॉ अनिल कुमार, सिविल सर्जन

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