प्रतिनिधि,जयनगर मॉनसून के आगमन के साथ ही किसान खेती में व्यस्त हो गये हैं. जुलाई का माह किसानों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. यह माह मक्का, मडुआ व मंगूफली की खेती के लिए उपयुक्त है. वहीं धान के बिचड़े तैयार किए जाते हैं. इधर, बारिश से चेकडैम व खेतों में भी पानी भर गया है. चरकी पहरी चेकडैम ओवर फ्लो हो रहा है. परसा टोला की किसान बासुदेव यादव ने बताया वे लोग खेती की तैयारी में लग गये हैं. किसानों को परामर्श देते हुए कृषि विज्ञान केंद्र जयनगर कोडरमा के एग्रोफोरेस्टी ऑफिसर रूपेश रंजन ने बताया कि इस मौसम में खेतों की मेडबंदी कर लें, ताकि जल संचय हो सके. उपलब्ध जल एवं अन्य संसाधनों के आधार पर खरीफ की बुआई का कार्य शुरू कर दें. मॉनसून के अस्थिर होने से खरीफ में अनुमानित नुकसान करने के लिए अकस्मिक फसल योजना के तहत बीज का प्रबंध कर लें. फसल का नियमित अंतराल पर सिंचाई की आवश्यकता होती है. मिट्टी में नमी और पानी पास करने की क्षमता वृद्धि करने के लिए गोबर की सडी खाद डालें. श्रीविधि के द्वारा धान की बुआई व रोपाई बेहतर होती है.
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