बरवाडीह़ प्रखंड के पुराना ब्लॉक परिसर के पास स्थित नरेगा सहायता केंद्र में सोमवार को ग्राम स्वशासन अभियान के तहत ग्राम प्रधानों की बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता ग्राम प्रधान एकता मंच के अध्यक्ष संदीप सिंह ने की. बैठक में मिथिलेश कुमार ने कहा कि ग्राम प्रधान गांव के स्तंभ हैं और उनकी अनुमति के बिना कोई भी योजना पारित नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा कि ग्राम सभा अपने आप में एक सरकार है, जिसके पास विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका की ताकत है. ग्राम सभा सचिवालय में दस्तावेजों को सुरक्षित रखने और ग्राम सभा को संगठित करने के उद्देश्य से ग्राम स्वशासन अभियान की ओर से बक्शा दिया जा रहा है. जेम्स हेरेंज ने सभी ग्राम प्रधानों को पेशा कानून की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम सभा को विधिक अधिकार प्राप्त हैं. पेशा नियमावली लागू होने के बाद ग्राम सभा की शक्तियों में और इजाफा होगा. उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राम सभा के पास अपना बैंक खाता है, जिसे सक्रिय करने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में सरकार की योजनाओं की राशि सीधे ग्राम सभा खाते में आ सके. जिला परिषद सदस्य कन्हाई सिंह ने ग्राम प्रधानों से अपने हक-अधिकार के लिए संगठित होकर संघर्ष करने की अपील की. साथ ही ग्राम प्रधान एकता मंच को और सशक्त करने पर भी जोर दिया. बैठक में प्रखंड के 40 गांवों के ग्राम प्रधानों समेत ग्राम स्वशासन अभियान से जुड़े कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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