लातेहार ़ नवमी मुहर्रम के अवसर पर शनिवार को जिला मुख्यालय में पारंपरिक तरीके से मातमी जुलूस निकाला गया. पूरा शहर या अली या हुसैन के नारों से गूंज उठा. इस दौरान मुस्लिम समुदाय के युवक लाठी-डंडों से लैस होकर श्रद्धा और अनुशासन के साथ जुलूस में शामिल हुए. मुख्य जुलूस की अगुआई अम्वाटीकर के मोजावर शहीद खान ने की. जुलूस जुबली चौक से होते हुए थाना चौक तक पहुंचा. अंसार नगर करकट से मौजवार गुलाम साबिर और करकट अंजुमन के सदर अयूब अंसारी की अगुवाई में निकले दूसरे जुलूस ने माको चौक होते हुए थाना चौक पर पहुंचकर एकत्रित हुए. इन जुलूसों में युवाओं ने पारंपरिक हथियारों और करतबों के माध्यम से अपना हुनर दिखाया. अपना करतब दिखाने में बच्चों ने भी पीछे नहीं रहते हुए उत्साह से करतबों में भाग लिया. सदर अयूब अंसारी ने बताया कि यह जुलूस हर वर्ष नियमपूर्वक निकलता है और इस संबंध में प्रशासन को पूर्व में लिखित सूचना भी दी गयी थी. उन्होंने कहा कि जुलूस का मुख्य आकर्षण थाना चौक पर होने वाला एक घंटे का खेल-तमाशा होता है. परंतु इस वर्ष ट्रैफिक व्यवस्था के अभाव में प्रदर्शन को जल्द समेटना पड़ा. उन्होंने प्रशासन से अपील की कि दसवीं मोहर्रम के जुलूस को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए भारी वाहनों का आवागमन कुछ घंटों के लिए बंद रखा जाये और छोटे वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग निर्धारित किये जायें. इससे जुलूस के प्रतिभागियों और आमजन को किसी प्रकार की असुविधा नही होगी. पूरे कार्यक्रम के दौरान पुलिस बल सतर्क दिखा और शांति व्यवस्था बनाये रखने में सक्रिय भूमिका निभायी.
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