पीटीआर के कोर एरिया से रेलवे लाइन को डायवर्ट करने और देरी के कारण बढ़ गया वित्तीय बोझ, मामला अब रेलवे बोर्ड में है लंबित
तीसरी लाइन शुरू होने पर वन विभाग ने आपत्ति जतायी
संतोष कुमार.
ज्ञात हो कि छह वर्ष पूर्व सोननगर से पतरातू तक बिछाये जाने वाले रेलवे लाइन पर छिपादोहर और हेहेगडढ़ा स्टेशन के बीच रेल लाइन बिछाने के लिए रेलवे विकास निगम लिमिटेड ने पीटीआर प्रबंधन से एनओसी मांगी थी, जिस पर वन प्रबंधन ने थर्ड रेल लाइन के साथ ही पूर्व से मौजूद दोनों रेल लाइनों से वन एवं वन्यजीवों के बुरी तरह से प्रभावित होने का हवाला देकर आपत्ति दर्ज करायी थी. जिसके बाद जिसके बाद मामला नेशनल वाइल्डलाइफ बोर्ड में पहुंचा, जहां थर्ड लाइन के साथ-साथ पहले से बिछे हुए दो रेल लाइन को डायवर्ट करने को कहा गया. पलामू टाइगर रिजर्व और रेलवे विकास निगम लिमिटेड ने संयुक्त रूप से रेल लाइन डायवर्ट करने को लेकर सर्वे भी किया गया था. सभी तरह की रिपोर्ट और कुछ शर्तों के आधार पर पीटीआर प्रबंधन ने रेलवे बोर्ड को भेजा है .
कभी वन विभाग, तो कभी रेलवे के कारण लटका रहा मामला
क्या कहते हैं डिप्टी डायरेक्टर:
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