लोहरदगा़ समाहरणालय सभाकक्ष में अपर समाहर्ता जितेंद्र मुंडा की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक हुई. इसमें विभिन्न आपदाओं जैसे पानी में डूबने से मृत्यु, सड़क दुर्घटना, वज्रपात, सर्पदंश, आग लगने से पशु की मृत्यु, अतिवृष्टि से मकान क्षति और ओलावृष्टि से फसल क्षति जैसे मामलों पर विस्तार से चर्चा की गयी. बैठक में यह पाया गया कि कई मामलों में अंचल कार्यालयों से आवश्यक अभिलेख अब तक प्राप्त नहीं हुए हैं. इस पर अपर समाहर्ता ने निर्देश दिया कि जिन मामलों में दस्तावेज लंबित हैं, उन्हें शीघ्र प्राप्त किया जाये ताकि प्रभावितों को तय मुआवजा समय पर मिल सके. विभिन्न आपदाओं के लिए निर्धारित मुआवजा भुगतान पर निर्णय लिया गया. इसके अतिरिक्त, हाथियों द्वारा घरों को पहुंचायी गई क्षति पर भी चर्चा हुई. इस संबंध में जिला परिषद अध्यक्ष रीना कुमारी ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों को बैठक में उठाया और सुझाव दिये. बैठक में डीएसपी मुख्यालय समीर तिर्की, डीटीओ सुधीर प्रकाश, सिविल सर्जन राजू कच्छप, जिला पशुपालन पदाधिकारी रमेश उरांव, जिला सहकारिता पदाधिकारी विजय तिर्की और विद्युत प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे. अधिकारियों ने आपदा से संबंधित रिपोर्टिंग प्रक्रिया को तेज करने, अभिलेखों को समय पर प्रस्तुत करने और लाभुकों तक मुआवजा राशि शीघ्र पहुंचाने पर जोर दिया.
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