किस्को़ हिसरी पंचायत में एक हजार बाहरी लोगों को जन्म प्रमाण पत्र जारी किये जाने का मामला सामने आया है. पंचायत सचिव की आइडी से झारखंड के विभिन्न जिलों में रहने वाले लोगों के नाम पर प्रमाण पत्र निर्गत होना चर्चा का विषय बना हुआ है. इस मामले को लेकर हिसरी पंचायत के मुखिया रवि उरांव ने उपायुक्त को आवेदन देकर उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. वहीं, पंचायत सचिव बिनोद दुबे ने प्रमाण पत्र निर्गत होने की जानकारी से इनकार किया है. उनका कहना है कि सभी फर्जी प्रमाण पत्र वर्ष 2018, 2019 और 2022 में निर्गत किये गये हैं और फर्जी तरीके से जारी किये गये हैं. इस पूरे प्रकरण की जांच जिला स्तर पर की जा रही है. दूसरी ओर, पंचायत सचिव ने थानों का चक्कर लगाते हुए यह शिकायत की है कि उनके डिजिटल सिग्नेचर का दुरुपयोग कर फर्जी प्रमाण पत्र जारी किये गये हैं. मामला संदेहास्पद है और अगर निष्पक्ष जांच की जाती है तो इसमें कई लोगों की संलिप्तता उजागर हो सकती है. ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत में संचालित प्रज्ञा केंद्र से ही बाहरी लोगों को अवैध प्रमाण पत्र निर्गत किये गये हैं. हालांकि, अधिकारी इस पूरे मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि प्रखंड और अंचल स्तर पर दलालों का दबदबा बना हुआ है और गड़बड़ी भी वहीं से शुरू होती है.
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