कैरो़ लोहरदगा जिले का सबसे छोटा प्रखंड कैरो, जहां 6 पंचायतों के 26 गांवों में लगभग 44,000 की आबादी निवास करती है, आज भी खेल स्टेडियम जैसी बुनियादी सुविधा से वंचित है. यहां खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है, लेकिन प्रखंड गठन के 15 वर्ष बाद भी स्टेडियम निर्माण को लेकर कोई ठोस पहल नहीं हुई है. सरकार द्वारा मनरेगा, पंद्रहवीं वित्त आयोग तथा खेल विभाग के तहत खेल मैदानों के निर्माण की योजनाएं चलायी जा रही हैं. कुछ जगहों पर चेंजिंग रूम और शौचालय निर्माण के लिए भूमि चयन हुआ है और कहीं-कहीं समतलीकरण का कार्य भी हुआ है, लेकिन निर्माण की धीमी गति से खिलाड़ियों को कोई लाभ नहीं मिल रहा. प्रखंड में कुल छह खेल मैदान बनाये जाने हैं, लेकिन कैरो मुख्यालय में अब तक कोई स्टेडियम नहीं है. कभी प्रसिद्ध रहा कैरो का खेल मैदान अब प्रशासनिक भवनों में तब्दील हो चुका है. यहां प्रखंड सह अंचल कार्यालय और थाना भवन बना दिया गया़ स्थानीय युवाओं का कहना है कि स्टेडियम नहीं होने के कारण प्रतिभाएं निखर नहीं पा रहीं. खिलाड़ी सुबह सड़कों पर दौड़ते दिखते हैं. जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा और अधिकारियों की निष्क्रियता से खेल प्रतिभा दम तोड़ रही है. पूर्व विधायक स्व कमल किशोर भगत की जयंती एक अगस्त को
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