लोहरदगा़ एनजीटी ने नदियों से बालू खनन पर रोक का स्पष्ट निर्देश दिया है. इसके बावजूद लोहरदगा जिले में अवैध बालू खनन और परिवहन का गोरखधंधा धड़ल्ले से जारी है. जिला प्रशासन ने खनन विभाग को सख्ती बरतने का निर्देश दिया है, लेकिन इसका जमीन पर कोई खास असर नहीं दिख रहा है. खासतौर पर सेन्हा और लोहरदगा थाना क्षेत्रों में अवैध बालू व्यापार खूब फल-फूल रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सेन्हा थाना क्षेत्र में बालू लदे ट्रैक्टरों को पकड़ने में पक्षपात किया जाता है. एक विशेष अवैध कारोबारी खुलेआम बालू का खनन और परिवहन कर रहा है. बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति अपनी पहुंच ऊंचे स्तर पर होने का दावा करता है. सेन्हा से लोहरदगा शहर तक यह अवैध धंधा रात के अंधेरे में रॉकेट की गति से चलता है. ट्रैक्टर के आगे-आगे खुद माफिया चलता है ताकि कोई रोक-टोक न हो. यह स्थिति क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है, लेकिन पुलिस और खनन विभाग चुप्पी साधे हुए हैं. लोहरदगा में तो हद तब हो गयी जब अवैध बालू धंधे से वसूली करने गये जिला परिषद के एक प्रतिनिधि और उनके तीन साथियों को कथित तौर पर बालू माफियाओं ने पीट दिया. मामला थाना तक पहुंचा, लेकिन बाद में समझौते के जरिये इसे दबा दिया गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासनिक सख्ती के दावों के बावजूद बालू माफियाओं का मनोबल बढ़ा हुआ है और कार्रवाई की जगह समझौते की संस्कृति हावी है.
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