साइबर जागरुकता कार्यक्रम में एक्सपर्ट ने विद्यार्थियों को बताया डिजिटल सुरक्षा का महत्व
बोले वक्ता
साइबर अपराधों से बचने के लिए, मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें, सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी साझा करने से बचें, अज्ञात ईमेल या लिंक पर क्लिक न करें, और अपने सॉफ़्टवेयर को अपडेट रखें. इसके अतिरिक्त, सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग करते समय सावधानी बरतें
ऑनलाइन गतिविधियों के दौरान लोगों को सतर्क रहना चाहिए. संदिग्ध लिंक, अनजान ईमेल या मैसेज पर क्लिक नहीं करना चाहिए. ऑनलाइन खरीदारी या बैंकिंग के लिए हमेशा विश्वसनीय और सुरक्षित वेबसाइट्स का ही इस्तेमाल करना चाहिए.
मोबाइल ने हमें खतरों के समक्ष भी ला खड़ा किया है. मोबाइल का सही उपयोग ही साइबर क्राइम जैसे गंभीर अपराध से बचा सकता है.अपने घर परिवार में भी इसे लेकर जागरूक करें. जागरूकता से ही साइबर अपराध जैसे जाल से हम बच सकते हैं.
साइबर अपराध, जो कंप्यूटर और इंटरनेट का उपयोग करके किए जाते हैं. यह एक बढ़ती हुई समस्या है. इसके कारणों में तकनीकी कमियां, जागरूकता की कमी, और अपराधियों की मंशा शामिल हैं. रोकथाम के लिए, मजबूत सुरक्षा उपाय, जागरूकता अभियान, और सख्त कानून की आवश्यकता है.
कई लोग साइबर अपराध के खतरों और उनसे बचने के तरीकों से अनजान होते हैं. जिससे वे आसानी से शिकार बन जाते हैं. साइबर अपराध से निपटने के लिए और पर्याप्त कानून होने चाहिए. जिससे कि अपराधियों को कड़ी सजा हो सके.
बोले छात्र
आफरीन परवीन, छात्रा
हर्षिता मध्यान, छात्रा
समा परवीन, छात्रा
कनक जायसवाल, छात्रा
अंकिता दास, छात्रा
राज ठाकुर, छात्र
सुजय मंडल, छात्र
सुभाेजित मंडल, छात्र
दिनेश पंडित, छात्र
सुभाेजित भगत, छात्र
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