संवाददाता, पाकुड़. जल शक्ति मंत्रालय द्वारा “स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2025 ” के क्रियान्वयन हेतु रविंद्र भवन में जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त मनीष कुमार ने की. पदाधिकारियों, पंचायत प्रतिनिधियों को एसएसजी-2025 के उद्देश्यों से अवगत कराया गया. स्वच्छता रैंकिंग प्रणाली को समझाने हेतु प्रशिक्षण दिया गया. यह कार्यक्रम ग्राम सफाई, खुले में शौच से मुक्ति, अपशिष्ट प्रबंधन पर केंद्रित है. उपायुक्त ने शौचालयों, अपशिष्ट प्रबंधन, प्लास्टिक निस्तारण पर प्रभावी कार्रवाई पर जोर दिया. जल सहिया को पंचायत भवन, आंगनबाड़ी, विद्यालयों में जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया. उत्कृष्ट कार्य करने वाले सहिया को सम्मानित किया जाएगा. डीडीसी महेश कुमार संथालिया ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य स्वच्छता, पेयजल प्रबंधन और जनभागीदारी को सशक्त बनाना है. “स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण ” के माध्यम से स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के मूल्यांकन के आधार पर जिलों एवं राज्यों की रैंकिंग की जाती है.
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