मां, पत्नी व बच्ची के जीविकोपार्जन का सहारा था आफताब फोटो फाइल 28आर-14: पीड़ित परिवार से बात करते कांग्रेेस प्रवक्ता रियाज अंसारी. रामगढ़. थाना क्षेत्र से लापता आफताब अंसारी का शव बरामद होने के बाद 27 जुलाई की रात रिम्स रांची से पोस्टमार्टम के बाद उनके आवास लाया गया. शव पहुंचते ही मां गुलशन निशा, पत्नी सालैहा खातून, बेटी और अन्य परिजन रोने-बिलखने लगे. गांव के लोग बड़ी संख्या में शव के इंतजार में जुटे थे. चितरपुर प्रखंड के लारी स्थित कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. मुआवजा व सरकारी सहायता की मांग कांग्रेस प्रवक्ता रियाज अंसारी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और झारखंड सरकार के मंत्री इरफान अंसारी, प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, तथा रामगढ़ एसपी अजय कुमार को परिवार की स्थिति से अवगत कराया. मृतक की पत्नी सालैहा खातून से अधिकारियों की वार्ता करायी गयी और मुआवजा व सरकारी सहायता की मांग की गयी. परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है, रोजगार का कोई साधन नहीं है. रामगढ़ थाने में आफताब की पत्नी, अर्शी गारमेंट के मालिक मो. शमीम अंसारी और पार्टनर नेहा सिंह द्वारा तीन अलग-अलग मामले दर्ज किये गये हैं. पुलिस निरीक्षक गजेंद्र कुमार पांडेय ने कई लोगों से पूछताछ की और दामोदर नद के लोदरो बेड़ा सहित अन्य स्थानों की जांच की. आज प्रतिनिधिमंडल पहुंचेगा 29 जुलाई को कांग्रेस का तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल रामगढ़ पहुंचेगा, जिसमें विधायक राजेश कच्छप, प्रदीप तुलस्यान और प्रवक्ता राजेश गुप्ता शामिल होंगे. यह दल पीड़ित परिवार और शिकायतकर्ता आदिवासी महिला से मुलाकात कर रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंपेगा. 31 जुलाई को अल्पसंख्यक आयोग की टीम रामगढ़ आयेगी और पीड़ित परिवार व प्रशासन से जानकारी लेगी.
संबंधित खबर
और खबरें