आउटसोर्सिंग से कोल उत्पादन बढ़ा
सीआईएल में कार्यरत कर्मियों द्वारा वित्तीय वर्ष 31 जनवरी तक 204.90 एमटी और आउटसोर्सिंग से 395.47 एमटी कोल उत्पादन किया गया. सीआईएल में आउटसोर्सिंग से काम भी प्रति वर्ष बढ़ रहा है. नये कोल उत्खनन कार्य में भी आउटसोर्सिंग को बढ़ावा मिल रहा है.
सीआईएल का कोल डिस्पैच पावर सेक्टर में बढ़ा
सीआईएल ने कुल कोल डिस्पैच का लगभग 82 प्रतिशत पॉवर सेक्टर को दिया है. वित्तीय वर्ष 31 जनवरी तक कुल कोल डिस्पैच 621.15 मिलियन टन है, इसमें पावर सेक्टर को 510.6 मिलियन टन कोयला दिया है, पावर सेक्टर को कोयला डिस्पैच में सब्सिडी कंपनी एमसीएल ने सबसे अधिक 132.9 एमटी कोयला, दूसरे नंबर पर एसईसीएल ने 114.2 एमटी और तीसरे नंबर पर एनसीएल 98.6 एमटी कोयला दिया है. सीसीएल 98.3 एमटी, डब्लुसीएल 47.4 एमटी, ईसीएल 33.1 एमटी व बीसीसीएल 26.1 एमटी कोयला पावर सेक्टर को डिस्पेच किया है.
झारखंड की खबरें यहां पढ़ें
दो माह में कोल उत्पादन लक्ष्य होंगे पूरा
कॉल इंडिया लिमिटेड का वित्तीय वर्ष 2024-25 में कोल उत्पादन का लक्ष्य 838.20 मिलियन टन है. 31 जनवरी तक 621.15 मिलियन टन उत्पादन हुआ है. दो माह फरवरी और मार्च में 217.05 मिलियन टन कोयले का उत्पादन करना है. पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में 773.65 मिलियन टन कोल उत्पादन किया था. 152.5 मिलियन टन कोल उत्पादन कर पिछले वर्ष की बराबरी होगी. सीआईएल ने एमसीएल को 225 मिलियन टन, एसईसीएल को 206 एमटी, एनसीएल को 139 एमटी, सीसीएल को 100 एमटी, डब्लुसीएल 69 एमटी, ईसीएल 54 एमटी व बीसीसीएल को 45 एमटी काेल उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है.
क्या कहते हैं एआईटीयूसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष
राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेंद्र कुमार ने कहा कि सीआईएल का उत्पादन व शुद्ध मुनाफा बढ़ा है, लेकिन कर्मचारियों पर खर्च लाभ का प्रतिशत घटा है. कर्मचारियों की सुविधा पर और खर्च किया जाय.
प्रभात खबर की प्रीमियम स्टोरी यहां पढ़ें : OTT Platform: 2029 तक भारतीय ओटीटी वीडियो बाजार के 5.92 बिलियन डॉलर पर पहुंचने की उम्मीद