गिद्दी. कोलियरी प्रबंधन की लापरवाही से गिद्दी में पेयजल की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है. मजदूरों के क्वार्टरों में पिछले कई दिनों से पेयजल आपूर्ति सुचारूपूर्वक नहीं हो रही है. इसके कारण मजदूर परेशान हैं. पानी के लिए मजदूर भटक रहे हैं. मजदूर प्रबंधन से शिकायत कर रहे हैं, लेकिन पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो रहा है. गिद्दी मजदूर कॉलोनी में 2000 से अधिक क्वार्टर है. इन क्वार्टरों में प्रतिदिन आठ से 10 लाख गैलन पानी की आवश्यकता है, लेकिन मुश्किल से एक-दो लाख गैलन ही पानी की आपूर्ति किसी तरह से हो रही है. अधिकांश मजदूर क्वार्टरों में कहीं सात दिन, तो कहीं इससे भी अधिक दिनों से पेयजल आपूर्ति बाधित है. दरअसल वर्षों से पुराने मोटर पंपों के भरोसे ही पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था यहां पर टिकी हुई है. कोई न कोई मोटर पंप यहां हमेशा खराब होते रहता है. बताया जाता है कि क्वायरी का एक मोटर पंप पिछले कई दिनों से खराब है. उसे मरम्मत के लिए रामगढ़ भेजा गया है. पर अभी तक बन कर नहीं आया है. दूसरा मोटर पंप दो-तीन दिन पहले खराब हो गया था. इससे कॉलोनी में पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गयी थी. दूसरा मोटर पंप ठीक कर लिया गया है, लेकिन पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है. मजदूर पानी के लिए परेशान हैं. पुराने मोटर पंप की मरम्मत के नाम पर प्रबंधन हर वर्ष लाखों खर्च करता है. मजदूरों का कहना है कि क्वार्टरों में जो पेयजल आपूर्ति की जाती है, वह पीने योग्य नहीं है. क्वायरी का पानी सीधे मजदूरों के क्वार्टरों में दिया जा रहा है.
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