रजरप्पा. रजरप्पा थाना क्षेत्र के भुचूंगडीह गांव स्थित अवैध खदान में लगी आग को बुझाने के दौरान एक मजदूर समा गया. इससे उसकी मौत होने की आशंका जतायी जा रही है. हालांकि, सीसीएल रजरप्पा प्रबंधन मजदूर को खोजने के लिए रेस्क्यू कर रहा है. घटना के चार घंटे बीत जाने के बावजूद अब तक उसका पता नहीं चला है. उधर, घटना की सूचना मिलते ही परिजन घटनास्थल पहुंच गये. पत्नी मीरा देवी बार बार बेहोश हो जा रही थी. उधर, बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने सीसीएल प्रबंधन और पुलिस प्रशासन का विरोध किया. जानकारी के अनुसार, यहां लगी आग को बुझाने का काम एक ठेकेदार को दिया गया था. ठेकेदार ने यहां गोला थाना क्षेत्र के खोखा निवासी रवींद्र महतो (30 वर्ष, पिता चंद्रनाथ महतो) सहित कई मजदूरों को आग बुझाने के लिए रखा था. मंगलवार शाम लगभग 6:30 बजे रवींद्र महतो अन्य मजदूरों के साथ पाइप से पानी डाल रहा था. इसी बीच, अचानक वह आग लगी खदान के अंदर समा गया. रवींद्र के साथ काम कर रहे मजदूर गांधी महतो ने बताया कि हमलोग एक साथ काम कर रहे थे. इसी बीच, जमीन धंस गयी और वह नीचे चले गया. गमछा देकर रवींद्र को बचाने का प्रयास किया, लेकिन आग की लपटें और तेज हो गयी. इसके कारण उसे बचा नहीं पाये. इसके बाद घटना की सूचना ठेकेदार को दी गयी. बिना सुरक्षा का हो रहा था काम : स्थानीय लोगों का कहना था कि यहां सुरक्षा का कोई प्रबंध नहीं किया गया था. अवैध खदान में लगी आग को हल्के रूप में लेकर आग बुझाने के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही थी. आग कहां से कहां तक लगी हुई है, इसकी भी जांच नहीं की गयी है. इसके कारण मजदूरों को समझ नहीं आया कि यहां भू -धसान हो सकता है. अधिकारियों का किया गया विरोध : घटना की सूचना मिलने के बाद रजरप्पा महाप्रबंधक कल्याणजी प्रसाद समेत कई अधिकारी घटनास्थल पहुंचे. यहां अधिकारियों को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों ने यहां प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की. ग्रामीणों का कहना था आग भड़कने से पहले ही सीसीएल रजरप्पा प्रबंधन को सूचना दी गयी थी, लेकिन इसे नजरअंदाज किया गया. उधर, घटना की सूचना पर रजरप्पा थाना प्रभारी कृष्ण कुमार सदलबल पहुंचे और घटना की जानकारी ली. पुलिस लोगों को घटनास्थल से दूर भगा रही है. थाना प्रभारी ने लोगों से किसी भी हाल में अगलगी स्थल के आस – पास नहीं जाने की अपील की.
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