जानकारी के अनुसार, रेलवे साइडिंग में पूर्व में ब्रह्मपुत्रा मेटालिक लिमिटेड फैक्ट्री (Brahmaputra Metallic Limited Factory) ने काल भैरव प्रोजेक्ट लिमिटेड (Kaal Bhairav Project Limited) को ट्रांसपोर्ट का काम दिया था. लेकिन, 16 अक्तूबर को बीएमएल फैक्ट्री ने ट्रांसपोर्ट का काम किस्कू कंस्ट्रक्शन को दे दिया. जिस कारण 18 अक्तूबर को रैक पहुंचने के बाद यहां झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष विनोद किस्कू ने नारियल फोड़ कर इसका उद्घाटन किया.
इसके बाद रैक को अनलोड करने को लेकर पूर्व के मजदूरों के साथ वार्ता हुई. लेकिन, वार्ता विफल हो गयी. चर्चा है कि काल भैरव कंस्ट्रक्शन ने यहां आजसू को ट्रांसपोर्टिंग का जिम्मेवारी दे रखा था. लेकिन अब इस ट्रांसपोर्टिंग में झारखंड मुक्ति मोर्चा का दखल हो गया है. बहरहाल, रेलवे साइडिंग में रैक लोडिंग एवं अनलोडिंग को लेकर यहां आजसू एवं जेएमएम के बीच तनातनी बनी हुई है. उधर, जेएमएम जिलाध्यक्ष श्री किस्कू ने कहा कि यहां के मजदूरों को काम से हटाना नहीं चाहते हैं, लेकिन ये लोग अनुचित मांग कर रहे हैं.
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कम मजदूरी देने का लगाया आरोप
यहां कार्य कर रहे मजदूरों ने बताया कि पूर्व के ट्रांसपोर्टर द्वारा हमलोगों को कम मजदूरी दिया जा रहा था. मजदूरों का कहना था कि रेलवे साइडिंग में स्थानीय मजदूर ही कार्य करेंगे.
3 दिन पूर्व साइडिंग में चली थी गोली
बता दें कि 16 अक्तूबर को रात लगभग 8 बजे 2 अपराधियों ने गोली-बारी की घटना को अंजाम दिया था, जिसमें 2 सुरक्षा गार्ड विनोद राम एवं मो अख्तर घायल हुए थे. लेकिन, मामले का खुलासा अबतक नहीं हो पाया है. जबकि पुलिस का कहना है कि अपराधियों ने गोली चलाने की घटना से 3 दिन पूर्व धमकी दिया था. लेकिन, ट्रांसपोर्टर ने इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी थी. गोली चलने की घटना के बाद से इस क्षेत्र के लोग अब भी दहशत में हैं. लोगों का कहना है साइडिंग को लेकर अब यहां अपराधियों की नजर रहेगी.
Posted By : Samir Ranjan.