झारखंड की तर्ज पर ही असम में भी लगेगी ऊर्जा परियोजना . पतरातू. झारखंड में ऊर्जा उत्पादन, वितरण व संरक्षण का निरीक्षण करने के लिए असम पीएसयू की टीम शनिवार को पतरातू पहुंची. टीम में असम पीएसयू के अध्यक्ष रवींद्र नारायण कलिता, पीएसयू सदस्य सह विधायक सिबामनी बोरा, झारखंड ऊर्जा विभाग के कार्यकारी निदेशक शिवशंकर प्रसाद सिंह, जेएसयूएनएल महाप्रबंधक राजलाल पासवान, जेबीवीएनएल के महाप्रबंधक दिनेश कुमार सिंह, अधीक्षण अभियंता सकला हेंब्रम, उप महाप्रबंधक प्रवीण राम, स्वर्ण रेखा हाइडल प्रोजेक्ट मैनेजर विनय अंगिरा, विद्युत कार्यपालक अभियंता नवलेश कुमार, सहायक विद्युत अभियंता रोहिताश कुमार, जेएसयूएनएल कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार, सहायक विद्युत अभियंता रविकांत कुमार, प्रवीण कुमार शामिल थे. अधिकारियों में सबसे पहले पतरातू लेक रिसोर्ट के सरोवर विहार में बैठक कर झारखंड में ऊर्जा उत्पादन, वितरण व संरक्षण पर चर्चा की. इसके बाद टीम ने पतरातू डैम के अलावा पतरातू में बन रहे पीवीयूएनएल के 4000 मेगावाट के सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट व पतरातू कटिया पावर ग्रिड का निरीक्षण किया. मौके पर सिबामनी ने कहा कि झारखंड में बिजली के मौजूदा हालात को देखते हुए वर्ष 2035 तक झारखंड ऊर्जा के क्षेत्र में समृद्ध राज्य बनेगा. झारखंड की तर्ज पर ही असम में भी ऊर्जा परियोजनाओं को लगाने की शुरुआत की जायेगी.
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