मेले के आयोजन को लेकर भुरकुंडा थाना में आज होगी बैठक.
भुरकुंडा. भुरकुंडा थाना मैदान में पिछले 10-12 वर्षों से लगने वाले श्रावणी मेला पर इस वर्ष संकट बढ़ गया है. मेला लगाने के लिए तीन पक्ष श्रावणी मेला समिति, विस्थापित समिति व थाना मैदान बचाओ समिति आमने-सामने आ गये हैं. तीनों पक्षों ने पुलिस-प्रशासन व सीसीएल प्रबंधन से मेला लगाने का परमिशन मांगा था. इसमें वर्षों से मेला लगा रहे श्रावणी मेला समिति को प्रशासन व सीसीएल प्रबंधन से परमिशन मिला. इसके बाद यहां मेला लगाने की प्रक्रिया शुरू हुई. इसी बीच, रविवार को अन्य दो पक्ष मेला स्थल थाना मैदान में पहुंच गये. विस्थापित समिति तो हल लगा हुआ ट्रैक्टर लेकर पहुंची थी. इस समिति का दावा है कि यह मैदान उनकी रैयती जमीन है. इस मैदान पर मेला लगाने का पहला हक उनका है. किसी दूसरे को अपनी जमीन पर मेला लगाने नहीं देंगे. समिति की मंशा विरोधस्वरूप मैदान को जोत देने की थी. इसकी सूचना मिलने पर भुरकुंडा थाना प्रभारी निर्भय गुप्ता दल-बल के साथ मैदान पहुंचे. समिति को ऐसा करने से रोका. बताया कि श्रावणी मेला समिति को एसडीओ व सीसीएल की ओर से बकायदा परमिशन मिला है. मौके पर मौजूद विस्थापित समिति के लोगों ने कहा कि उनकी जमीन पर किसी दूसरे को मेला लगाने नहीं देंगे. इस पर थाना प्रभारी ने थाना मैदान का एनओसी देनेवाले सीसीएल प्रबंधन व समिति को जमीन के कागजात के साथ सोमवार को सुबह 11 बजे थाना बुलाया है. पुलिस ने श्रावणी मेला समिति व थाना मैदान बचाओ समिति के लोगों को भी बैठक में बुलाया है. थाना प्रभारी ने बताया कि मेला यहां के लोगों की आस्था से जुड़ा हुआ है. उनका पूरा प्रयास होगा कि मेला शांतिपूर्वक लग सके.
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