
संवाददाता, रांची. राजधानी के आसपास के कई गांवों में जंगली हाथियों की वजह से जनजीवन प्रभावित हो गया है. वहीं ग्रामीणों में आतंक है. नामकुम के सोदाग पंचायत के सोदाग में बीते शुक्रवार को कर्रा की ओर से आये दो हाथियों ने उत्पात मचाया. हाथी बगीचाटोली होते हुए हुडि़गदाग पहुंचे. हुड़िगदाग में सिमोन लकड़ा के खेतों में लगी फसल रौंद दी. इसके बाद हाथियों ने हेठठाहू गांव की रिकी मिंज का घर पूरी तरह ध्वस्त कर दिया. घर की दीवार तोड़कर अंदर रखे चावल, दाल व अन्य सामान को नष्ट कर दिया. सोदाग पंचायत के मुखिया पतरस तिर्की ने इसकी सूचना वन विभाग और स्थानीय थाना प्रभारी को दी. वन विभाग की टीम हाथियों को भगाने में जुटी है. मुखिया पतरस तिर्की ने कहा कि हाथियों की वजह से प्रभावित हुए सिमोन लकड़ा और रिकी मिंज को मुआवजा दिलाने के लिए आवेदन दिया है. इधर, नामकुम के ही हरदाग में भी हाथियों ने आतंक मचाया है. हाथी दो दिन पहले हरदाग में एक घर तक पहुंच गये थे. इसके अलावा नगड़ी के चेटे में भी हाथियों का आतंक है. बेड़ो के हुलसी गांव में भी हाथियों का आतंक : बेड़ो के हुलसी गांव में भी एक सप्ताह से हाथियों की वजह से ग्रामीणों में भय व्याप्त है. ग्रामीण चारो उरांव ने बताया कि गांव के पास के जंगल में बीते कुछ समय से तीन हाथियों का दल घूम रहा है. ये हाथी रात में गांव के पास आकर फसलों को बर्बाद कर रहे हैं. हाथियों से फसल को बचाने के लिए कई लोग पेड़ पर मचान बनाकर रात में पहरा दे रहे हैं. गांव में वन विभाग की ओर से केरोसिन और पटाखा उपलब्ध कराया गया है. हाथियों के आने पर ग्रामीण मशाल और पटाखा जला कर उन्हें भगाने की कोशिश करते हैं. हाथी प्रभावित सभी गांवों में शाम होते ही सन्नाटा पसर जाता है. ग्रामीण जंगल की ओर जाने से भी बचते हैं. जंगलों के कटने से हाथी कर रहे हैं परेशान : ग्रामीणों ने बताया कि जंगलों के कटने की वजह से हाथियों के लिए रहवास सीमित हो गये हैं. इसकी वजह से वे खाने-पीने की खोज में गांवों के पास आ जाते हैं.
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