
Jharkhand News: झारखंड में नक्शा पास करने की प्रक्रिया सुधर नहीं रही है. जानकारी के अनुसार, पहले उच्च न्यायालय के आदेश और बाद में सर्वर बदलने की वजह से लगभग पांच माह बाद नक्शा स्वीकृति की प्रक्रिया शुरू हुई. लेकिन यह फिर एक बार रूक गयी है. पूरे राज्य में नक्शा पास करने का सिंगल विंडो सिस्टम फेल हो गया है.
कॉमर्शियल नक्शा स्वीकृति का काम ठप
बता दें कि सिंगल विंडो सिस्टम पर केवल नक्शों का आवेदन हो रहा है. उसके बाद फाइलें न तो आगे बढ़ रही हैं, न ही पीछे जा रही हैं. आवेदन बदलने के लिए भी नक्शा बैक नहीं हो रहा है. अधिकारियों का डिजिटल साइन भी विंडो पर स्वीकार नहीं लिया जा रहा है. इससे राज्य के सभी नगर निकायों व विकास प्राधिकारों में कॉमर्शियल नक्शा स्वीकृति का काम ठप हो गया है.
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5 माह से बंद थी स्वीकृति
मालूम हो कि उच्च न्यायालय के आदेश और फिर नक्शा स्वीकृति के लिए नगर विकास विभाग के बीपीएएमएस (BPAMS) एप्लीकेशन के मेंटनेंस की वजह से लगभग पांच माह से राज्य में नक्शों की स्वीकृति बंद थी. उच्च न्यायालय के आदेश पर इस साल जनवरी से अप्रैल तक नक्शा स्वीकृति की प्रक्रिया बंद थी. न्यायालय के आदेश पर अप्रैल के अंतिम सप्ताह से नक्शा स्वीकृति का कार्य शुरू हुआ था.
तकनीकी कारणों से बंद है स्वीकृति
वहीं, बीपीएएमएस सॉफ्टवेयर के मेंटनेंस की वजह से आठ मई से नक्शा स्वीकृति दोबारा बंद हो गयी. बीपीएएमएस एप्लीकेशन को पूरे डेटा के साथ झारखंड स्टेट डेटा सेंटर पर माइग्रेट करने की वजह से 25 मई को नक्शा स्वीकृति की प्रक्रिया शुरू की गयी थी. लेकिन, उसके बाद भी तकनीकी कारणों से अब तक नक्शों की स्वीकृति बंद है. नक्शों को स्वीकृति नहीं दिये जाने का असर राज्य में भवन निर्माण प्रोजेक्ट पर पड़ रहा है. रांची नगर निगम व रांची क्षेत्रीय विकास प्राधिकार में ही 200 से अधिक नक्शे लंबित हैं.
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