साहिबगंज. गंगा थाना खुलने से लोगों को इसका लाभ मिल रहा है. खासकर दियारा क्षेत्र में रहने वाले लोगों को इसका भरपूर फायदा मिल रहा है. गंगा नदी थाना खुलने के पहले चूंकि मामले मुफस्सिल थाना में दर्ज किए जाते थे. पुलिस मौके पर भी पहुंचती थी लेकिन अपराध में कमी नहीं आ पायी थी. इधर, गंगा नदी थाना खुलने के बाद पुलिस ने दियारा क्षेत्र में लगातार भ्रमण किया. आपराधिक छवि के लोगों एवं अपराध से जुड़े लोगों के बारे में जानकारी जुटाकर पुलिस उन सभी के गांव गयी और पुलिस की मौजूदगी का एहसास दिलाया है. आलम यह है कि दियारा क्षेत्र में अपराध पर काफी हद तक पुलिस ने काबू पा लिया है. थाना प्रभारी द्वारा दियारा के लोगों को समझाया गया. गौरतलब है कि पिछले लगभग साढ़े तीन महीने में जितने केस दर्ज किए गए, उस आंकड़े को देखकर इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि थाना में फरियादी की पहुंचने की संख्या में काफी कमी आयी है. केस दर्ज ही नहीं हो रहे हैं. कहीं ना कहीं पुलिस ने आपराधिक गतिविधियों पर काफी हद तक लगाम लगाया है. पिछले साढ़े तीन महीने में 18 केस दर्ज : गंगा नदी थाना खुलने के लगभग साढ़े तीन महीने पूरे हो गए. उतने दिनों में अब तक तकरीबन 18 मामले गंगा नदी थाना में दर्ज किए गए. इनमें अधिकतर मामले मारपीट के छोटे-मोटे मामले हैं. एक मामला शराब तस्करी का था, जिसके आरोपी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा मे भेज दिया है. इसके अलावा कुछ मामले आपसी विवाद के थे, कुछ पारस्परिक पड़ोसी के बीच लड़ाई-झगड़े के थे यानी बड़ी आपराधिक घटना फिलहाल इस थाना क्षेत्र अंतर्गत नहीं हुई है. थाना खुलने के बाद दर्ज मामले : फरवरी – 04, मार्च – 08, अप्रैल – 03, मई – 03 सात पंचायतों के 27 गांवों में फसल लूट के मामलों पर लगा लगाम : दियारा क्षेत्र में बड़े अपराधी फसल लूट की घटना को अक्सर अंजाम दिया करते थे. ऐसे कई मामले मुफस्सिल थाना में भी पूर्व में भी दर्ज किये जा चुके हैं. फसल के पकने के पूर्व ही पुलिस को इलाके में गश्ती तेज करनी पड़ती थी ताकि कोई अपराधी सीधे-सादे व भोले भाले ग्रामीणों की फसल लूट कर ना ले जाए. परंतु थाना खुल जाने के बाद अपराधियों के दिल में भी इस बात का डर जरूर जगा है कि पुलिस सूचना पाते ही कुछ ही देर में मौका-ए-वारदात पर पहुंचेगी और फौरन कार्रवाई की जाएगी. गौरतलब है कि गंगा नदी थाना खुलने के बाद सात पंचायत के 27 गांवों में एक भी फसल लूट के मामले सामने नहीं आए हैं. ना ही किसी की फसल अब तक लूट कर ले जाने की पुष्टि हुई है. फसल लूट पर लगाम लगने से लोगों में अलग उत्साह है. फसल लगाने के बाद से लोग अब भयभीत नहीं रहते. कुख्यात नुनुआ दियारा क्षेत्र से हुआ था गिरफ्तार : मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत हत्या केस के फरार आरोपी नुनुआ यादव को भी गंगा नदी थाना क्षेत्र अंतर्गत गिरफ्तार किया गया था. जो कि पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि थी. इसके पूर्व घटना के बाद से नुनुआ फरार चल रहा था. पुलिस ने कई बार उसे पकड़ने की कोशिश की थी लेकिन वह हाथ से बार-बार निकल जा रहा था. गंगा नदी थाना बनने के बाद नुनुआ को गिरफ्तार किया गया था. दो लाख के शराब जब्त किए गए : दियारा क्षेत्र का इलाका बिहार राज्य में सटा हुआ है. बिहार में शराबबंदी होने के कारण शराब की खपत उन इलाकों में ज्यादा रहती है. जिसको लेकर आपराधिक मंशा रखने वाले लोग शराब तस्करी में भी जुड़ गए. बीते 23 मार्च 2025 को गुप्त सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंची. रात में ही तकरीबन 420 बोतल शराब जब्त किया था. इसकी अनुमानित कीमत तकरीबन दो लाख रुपए बतायी गयी थी. इस मामले में तस्कर रुदल सिंह को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भी भेज दिया था. क्या कहते हैं डीएसपी : दियारा क्षेत्र में आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए एसपी ने खास तौर पर पुलिस पदाधिकारी को निर्देश दिए हैं. फसल लूट की वारदात के पहले मामले आते थे, जिसमें कमी आयी है. पहले अपराधी वारदात को अंजाम देने के बाद दियारा क्षेत्र में छिपते थे. जिसे पुलिस ने दियारा क्षेत्र में भी खदेड़कर पकड़ने में सफलता हासिल की है. थाना प्रभारी को समय पर पेट्रोलिंग गश्ती एवं सूचना के बाद तुरंत घटनास्थल पहुंचने का खास निर्देश दिया गया है. – विजय कुमार कुशवाहा, मुख्यालय डीएसपी, साहिबगंज.
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