राजमहल/ मंगलहाट.राजमहल प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय नौगच्छी में चावल के अभाव के कारण गुरुवार को विद्यालय में मध्याह्न भोजन नहीं बनने से विद्यालय में उपस्थित 170 छात्र-छात्राओं को भूखे रहना पड़ा. जानकारी के अनुसार विद्यालय में कक्षा-1 से लेकर 8 तक के कुल 248 छात्र नामांकित हैं. बच्चों ने बताया कि विद्यालय आने के बाद पता चला कि आज खाना नहीं बनेगा. छोटे-छोटे बच्चे भूखे नहीं रह पाने के कारण अपने घर से खाना खाकर पुनः विद्यालय पहुंचे हैं. प्रधानाध्यापक निर्मल कुमार सरकार ने बताया कि स्कूल में चावल खत्म हो जाने की सूचना प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, राजमहल को दे दी गयी है. विद्यालय में चावल उपलब्ध होते ही एमडीएम चालू कर दिया जाएगा. वहीं राजमहल प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न दर्जनों प्राथमिक एवं उत्क्रमित मध्य विद्यालय में पिछले महीने से ही विद्यालय के शिक्षक अपनी व्यक्तिगत रूप से दुकान व अन्य व्यवस्था से कर्ज लेकर किसी तरह विद्यालय में मध्याह्न भोजन चला रहे हैं. लेकिन अब विद्यालय के शिक्षक मध्याह्न भोजन चलाने में असमर्थ साबित हो रहे हैं. कई विद्यालय में मध्याह्न भोजन बंद होती जा रही है. शिक्षकों का कहना है कि व्यक्तिगत रूप से चलाना संभव नहीं है क्योंकि मार्च के बाद से अब तक यानी लगभग तीन महीने से मध्याह्न भोजन की राशि भी नहीं मिल पायी है और ऊपर से व्यक्तिगत रूप से चावल उपलब्ध कर मध्याह्न भोजन चलाना अब बंद होने की कगार पर पहुंच गया है. अगर एक-दो दिन में चावल आपूर्ति नहीं हुई तो मध्याह्न भोजन बनना बंद हो सकती है. इस बीच राजमहल प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कुणाल किशोर ने बताया कि जिला से एक-दो दिन में चावल आवंटन होने की संभावना है. जल्द ही विद्यालय में चावल उपलब्ध कराया जाएगा. विभाग के आदेश के अनुसार मध्याह्न भोजन बंद नहीं करना है.
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