राजमहल/मंगलहाट. राजमहल प्रखंड के दर्जनों प्राथमिक एवं उत्क्रमित विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बंद है, तो कई विद्यालयों में कर्ज के चावल से ही मध्याह्न भोजन चल रहा है. जानकारी के अनुसार उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय शोभापुर (गोढ़ीटोला) में 130 छात्र-छात्रा नामांकित हैं. मंगलवार की उपस्थित 93 छात्राओं की हुई है. प्रधानाध्यापक दिलीप कर्मकार ने बताया कि 13 जुलाई से चावल के अभाव में मध्याह्न भोजन बंद है. इधर, उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय मंगलहाट में 266 बच्चे नामांकित हैं. प्रभारी प्रधानाचार्य देवकांत कुमार ने बताया कि चावल के अभाव में मंगलवार को मध्याह्न भोजन नहीं बनाई गई है. बताया जाता है कि मध्याह्न भोजन योजना के बंद रहने के कारण विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति प्रभावित है. व्यक्तिगत स्तर पर चावल की व्यवस्था कर एमडीएम का संचालन किया जा रहा था, लेकिन बाद में चावल की व्यवस्था नहीं हो पायी, जिस कारण मजबूरी में एमडीएम बंद है. उधर, सरकंडा के शिक्षक हिमांशु झा, कन्हैया स्थान के प्रधानाध्यापक शंभू शर्मा एवं सैदपुर विद्यालय के प्रधानाध्यापक अशोक सेठ, कस्बा विद्यालय के प्रधानाध्यापक मनोज मंडल ने बताया कि चावल के अभाव में पिछले लगभग 10 दिनों से जविप्र दुकान एवं नजदीकी किराना दुकान से चावल कर्ज में लेकर विद्यालय में मध्याह्न भोजन चलाए जा रहे हैं लेकिन अब कर्ज देने में भी इनकार कर रहे हैं. इस कारण विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति भी प्रभावित हो सकता है. इस बीच ब्लॉक शिक्षा विस्तार कार्यक्रम पदाधिकारी कुणाल किशोर ने बताया कि किसी भी परिस्थिति में एमडीएम को बंद नहीं होने देने का विभागीय आदेश है. चावल जिला से प्राप्त होते हैं विद्यालय में चावल भेजकर जल्द ही एमडीएम चालू कर दिया जाएगा.
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