बरहेट. तीन दिनों से हो रही बारिश से गुमानी नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. गुमानी और मोरंग नदी की पानी से आस-पास का इलाका जलमग्न हो गया है. नदियों के आसपास के खेत भी डूब गये हैं. अगर जलस्तर ऐसा ही बना रहा, तो धान के बिचड़े के सड़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है. आरएम सिन्हा कंपनी कोलकाता द्वारा दायर याचिका के आलोक में हाईकोर्ट के निर्देश पर 21 दिसंबर 2024 को गुमानी बराज के सिंचाई विभाग 1 (जिसमें गुमानी बराज के 8 फाटक, डीजी मशीन था) को सील कर दिया गया है. जिसके बाद से अब तक जिला प्रशासन एवं विभाग गुमानी बराज के फाटक खोले जाने को लेकर अब तक कोई पहल नहीं कर पायी है. जिससे गुमानी बराज के आसपास गांव बाबूपुर, पहाड़पुर, चुटिया, खैरवा, खिजुरखाल व अन्य गांवों के खलिहान एवं गांव में धीरे-धीरे पानी प्रवेश कर गया है. इससे पूरा खलिहान जलमग्न हो गया है. वर्तमान में गुमानी नदी का जलस्तर 56 मिमी से अधिक है तथा बराज के सभी आठ फाटक बंद हैं. हालांकि, 2 फाटकों के 4 इंच खुले रहने से पानी का निकास धीरे धीरे हो रहा है. गुमानी बराज के कार्यपालक अभियंता प्रेम सोरेन ने बताया कि गुमानी बराज फाटक समाधान को लेकर जिला प्रशासन गंभीर है. इस पर पहल की जा रही है. गुमानी बराज के आस-पास गांव एवं खेतों में पानी प्रवेश की सूचना है.
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