साहिबगंज.जिला व सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार अखिल कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को व्यवहार न्यायालय के लोक अदालत कक्ष में विशेष योगाभ्यास सह विधिक जागरुकता शिविर लगा. अखिल कुमार ने कहा कि योग केवल एक शारीरिक अभ्यास नहीं है, बल्कि यह मन, शरीर और आत्मा के समन्वित विकास का मार्ग है. जब व्यक्ति अपनी श्वास पर नियंत्रण प्राप्त करना सीखता है, तो वह न केवल शारीरिक चमत्कार कर सकता है, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन भी प्राप्त कर सकता है. योग तनाव, चिंता, एकाग्रता की कमी जैसी समस्याओं को दूर करने में सहायक है. इस दौरान न्याय मित्रों व पीएलवी ने योगाभ्यास किया. मौके पर प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालयसंजय कुमार उपाध्याय, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम रजनी कांत पाठक, सीजेएम सिंधु नाथ लामाये, डालसा सचिव विश्वनाथ भगत, वरीय सिविल जज सह न्यायिक दंडाधिकारी, प्रथम श्रेणी आलोक मरांडी, अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी तुषार आनंद, रेलवे न्यायिक दंडाधिकारी राहुल कुमार, न्यायिक दंडाधिकारी, प्रथम श्रेणी सुमित कुमार वर्मा, चीफ लीगल एड डिफेंस कौंसिल अरविंद गोयल व उनकी टीम तथा न्यायालय के अनेक कर्मचारी उपस्थित थे.
संबंधित खबर
और खबरें