बरहरवा. प्रखंड की बरमसिया पंचायत व बरहरवा प्रखंड के आहुतग्राम पंचायत का आइएसओ सर्टिफिकेशन कराया गया है. इनमें से आइएसओ सर्टिफिकेशन से पंचायत में बेहतर सार्वजनिक सेवाएं मिल पायेगी. अब झारखंड की पंचायतों की तस्वीर बदल रही है. राज्य का पंचायतीराज विभाग विभिन्न जिलों में से 31 पंचायतों का आइएसओ सर्टिफिकेशन के लिए ””किला”” ( केरल इंस्टिट्यूट ऑफ़ लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ) का सहयोग ले रहा है. इससे पंचायत को मिले कई विभागों के अधिकार व पंचायत कार्यालय को सुदृढ़ीकरण किए जाने पर काम हो रहा है. अब लोग सरकारी योजनाओं का लाभ बेहतर ढंग से ले सकेंगे. पंचायत के निवासियों को अधिक विश्वसनीय और कुशल सार्वजनिक सेवाओं का अनुभव भी होगा. पंचायत में कार्यों की पारदर्शिता बढ़ेगी. लोगों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी मिल सकेगी व कर्मियों की जवाबदेही भी तय होगी. ठीक ढंग से काम नहीं कर पाने की स्थिति में कर्मियों पर कार्रवाई भी तय होगी. पंचायत का बेहतर शासन ग्रामीण क्षेत्र के समग्र, सामाजिक, आर्थिक विकास में भी योगदान देगा. डिजिटल उपकरणों का उपयोग भी हो सकेगा. इससे स्थानीय प्रशासन में दीर्घकालिक सुधार हो सकेगा. इसके लिए पंचायत से जुड़े कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है. इनको ग्राम पंचायत की कार्यकारिणी की बैठकें नियमित रूप से आयोजित करने और इसकी कार्यवाही को व्यवस्थित करने के बारे में भी बताया गया है. जिले के 9 प्रखंडों में से दो प्रखंडों की दो पंचायतों का ही चयन आइएसओ सर्टिफिकेशन के लिए किया गया है. इनमें से बरहरवा प्रखंड के आहुतग्राम पंचायत व बरहेट प्रखंड के बरमसिया पंचायत का चयन आइएसओ सर्टिफिकेशन के लिए हुआ है. बताते चलें कि आहुतग्राम पंचायत में कुल चार गांव आहुतग्राम, गौरीपुर, निजामपूर व किष्टोपुर है. इनकी कुल आबादी 6000 के करीब है. वहीं, बरहेट प्रखंड के बरमसिया पंचायत में 19 गांव हैं. जिनकी कुल जनसंख्या 6000 के करीब है. जिनमें 3200 पुरुष व 2800 महिलाएं हैं.
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