साहिबगंज. तीन जुलाई को मालदा रेल मंडल के अंतर्गत बरहरवा स्टेशन से हिलटॉप मार्शलिंग यार्ड की ओर जाने वाले रेलखंड पर दो मालगाड़ियों की आपसी टक्कर हुई, जिससे रेलवे को करोड़ों का नुकसान हुआ. घटना के 10 दिन बीतने के बाद भी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक न होने के कारण यह चर्चा का विषय बनी हुई है. हालांकि दुर्घटना भयावह थी, पर किसी प्रकार की जान का नुकसान नहीं हुआ. घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे सुरक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रारंभिक जांच शुरू की गयी. हादसे के बाद दुर्घटनाग्रस्त डिब्बों और ट्रैक को हटाने का काम तुरंत शुरू कर दिया गया. रेलवे जोन के प्रिंसिपल चीफ सेफ्टी ऑफिसर ने भी स्थल का दौरा कर जानकारी ली और स्पष्ट किया कि सुरक्षा में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. घटना के 10 दिन बीतने के बाद भी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक न होने के कारण यह चर्चा का विषय बनी हुई है. संदेह है कि रैक प्लेसमेंट में बड़ी चूक हुई हो सकती है. साथ ही, साइडिंग पर लोडर से पत्थर लोडिंग कार्य को लेकर भी संभावित चूक की जांच की जा रही है. इसी को ध्यान में रखते हुए मालदा मंडल के सीनियर डीओएएम और सीनियर डीसीएम ने सभी लोडरों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक में सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया. तय हुआ कि स्लाइडिंग पर कार्यरत कर्मचारियों को सुरक्षा गियर जैसे- फुल जूते, हेलमेट आदि से लैस किया जाएगा. साथ ही, ट्रैक, सिग्नल और लोडर वाहनों के उपयोग पर विशेष ध्यान देने की बात कही गयी है. जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आती, पारदर्शिता और सुरक्षा प्राथमिकता बनी रहनी चाहिए.
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