साहिबगंज. साहिबगंज कॉलेज कैंपस स्थित उपडाकघर में कार्यरत महिला अभिकर्ताओं ने सोमवार को उपडाकपाल एवं सहायक उपडाकपाल के विरुद्ध गंभीर आरोप लगाते हुए विरोध जताया. अभिकर्ताओं ने पांच सूत्री मांगों को लेकर आवाज बुलंद करते हुए कहा कि डाकघर प्रशासन का व्यवहार अमर्यादित एवं अपमानजनक है. महिला अभिकर्ता रीता गुप्ता ने आरोप लगाया कि विनियोग के लिए अभिकर्ताओं को चेक लाने के लिए बाध्य किया जाता है, जबकि आम ग्राहकों से चेक की अनिवार्यता नहीं रखी जाती. उन्होंने बताया कि उपडाकपाल धर्मेंद्र कुमार एवं सहायक उपडाकपाल हिमांशु कुमार ग्राहकों को अभिकर्ताओं से दूर रहने की सलाह देकर उनके विरुद्ध माहौल बनाते हैं. रवीना तिवारी ने कार्य समय को लेकर असंतोष जताते हुए कहा कि दोपहर दो बजे के बाद कार्य नहीं किया जाता, जबकि अन्य सभी डाकघरों में प्रातः 10 बजे से अपराह्न 4 बजे तक सेवा दी जाती है. उन्होंने स्पष्ट कार्य समय की सूचना कार्यालय परिसर में चस्पा करने की मांग की. कल्पना सिंह ने कहा कि डाकघर परिसर में न तो बारिश से बचने की व्यवस्था है, न ही धूप से. अभिकर्ताओं एवं ग्राहकों को असुविधा होती है. सरस्वती घोष ने कार्यालय के बाहर खिड़की से लेन-देन में सुरक्षा की चिंता जतायी और पूर्व की भांति भीतर बुलाकर धनराशि जमा कराने की मांग की. रेखा देवी ने बाहर छिनतई की आशंका जताते हुए कहा कि जहां एक ओर अधिकारी कुर्सी पर बैठकर वेतन लेते हैं, वहीं महिला अभिकर्ताओं की आजीविका इसी कार्य पर निर्भर है, जिसे प्रशासन गंभीरता से नहीं ले रहा. रेणु रानी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उपडाकपाल एवं सहायक उपडाकपाल उन्हें लाइसेंस रद्द करने की धमकी देते हैं. उन्होंने इसकी जांच की मांग की. इन सभी आरोपों को लेकर जब उपडाकपाल धर्मेंद्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने सभी आरोपों को निराधार एवं मनगढ़ंत बताया.
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