साहिबगंज. जिला पंचायत राज पदाधिकारी अनिल कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार को डीपीआरसी भवन सभागार में झारखंड विकास परिषद के तत्वावधान में बाल यौन तस्करी, समस्या, कारण और समाधान विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया. इसमें मुख्य अतिथि झारखंड विकास परिषद की सचिव सुवासिनी सोरेन उपस्थित रहीं. उन्होंने बाल यौन शोषण एवं तस्करी की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए इसे जड़ से समाप्त करने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता पर बल दिया. प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य जनजागरुकता बढ़ाना एवं बाल यौन तस्करी जैसी गंभीर सामाजिक समस्या से निबटने के लिए प्रभावी रणनीति बनाना होगा. इस अवसर पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष, जिला बाल संरक्षण इकाई, चाइल्ड हेल्पलाइन एवं मंथन संस्था के प्रतिनिधियों ने भी सक्रिय सहभागिता दी. बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष ने बाल तस्करी, बाल श्रम, एवं बाल अधिकारों पर विस्तार से प्रकाश डाला. प्रतिभागियों को संवैधानिक व कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी. सभागार में मौजूद प्रतिभागियों को बाल यौन तस्करी के प्रमुख कारण जैसे गरीबी, अशिक्षा, पारिवारिक उपेक्षा और सामाजिक असमानता से अवगत कराया गया. इससे निबटने के लिए व्यवस्थित कार्य योजना साझा की गयी. समापन सामूहिक चर्चा एवं संकल्प के साथ किया गया. निर्णय लिया गया कि जिले में बाल तस्करी को जड़ से मिटाने के लिए सभी संबंधित संस्थान मिलकर सतत एवं समन्वित प्रयास करेंगे. मौके पर बाल संरक्षण पदाधिकारी पूनम कुमारी, अब्दुल सुभान, राखी गोंड, रूबी बुमारी, अमन कुमारी, प्रेमलता टुडू आदि मौजूद थे.
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