खरसावां. धार्मिक नगरी खरसावां में जय जगन्नाथ की जयघोष के बीच शनिवार को भाई-बहन के साथ प्रभु जगन्नाथ अपने मौसी के घर गुंडिचा मंदिर से श्रीमंदिर लौट आये. इसके साथ ही श्रद्धा व उल्लास के साथ इस वर्ष की रथयात्रा उत्सव संपन्न हो गया. देर शाम प्रभु जगन्नाथ, भाई बलभद्र व देवी सुभद्रा की प्रतिमाओं को रथ पर बैठाकर गुंडिचा मंदिर से खींच कर राजबाड़ी स्थित श्रीमंदिर तक पहुंचाया. पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने भी प्रभु के रथ को खींचा. प्रभु जगन्नाथ भरी बारिश के बीच गुंडिचा मंदिर से श्रीमंदिर पहुंचे. इस दौरान भक्तों के बीच प्रसाद लुटाये गये. इसे झपटने को भक्त आतुर दिखे. हर कोई प्रसाद पाकर व रथ को खींच कर स्वयं को धन्य समझ रहा था. श्री जगन्नाथ की वापसी रथयाता को बाहुड़ा यात्रा कही जाती है. प्रभु आठ दिनों तक मौसी के घर में रहने के बाद श्रीमंदिर लौटे. इस मौके पर राजा गोपाल नारायण सिंहदेव, राजपुरोहित अंबुजाख्य आचार्य, राकेश दास आदि मौजूद रहे.
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