
सरायकेला.सरायकेला का ऐतिहासिक 13 दिवसीय रथयात्रा मेला रविवार से शुरू हो गया. खरसावां विधायक दशरथ गागराई, सरायकेला के राजा प्रताप आदित्य सिंहदेव, झामुमो नेता गणेश महाली ने संयुक्त रूप से फीता काट कर मेला का उद्घाटन किया. समारोह को संबोधित करते हुए विधायक ने कहा कि रथयात्रा मेला काफी पुरानी व ऐतिहासिक मेला है. यहां दूर-दराज सहित ग्रामीण क्षेत्र से लोग पहुंचकर मनोरंजन करते हैं. साथ ही महाप्रभु जगन्नाथ का दर्शन भी करते हैं. राजा प्रताप आदित्य सिंहदेव ने कहा कि यह मेला ऐतिहासिक होने के साथ-साथ लोगों की आस्था से जुड़ा है. लोग मेला के साथ-साथ प्रभु जगन्नाथ का दर्शन करते हैं.
यह हमारी संस्कृति से जुड़ा है : मनोज चौधरी
जगन्नाथ मेला कमेटी के अध्यक्ष मनोज चौधरी ने कहा कि इस क्षेत्र का यह सबसे बड़ा मेला है. यह हमारी परंपरा है. हमें इसे विकसित करना है. इस बार मेला का आयोजन वृहद रूप से किया गया है. उन्होंने सभी दुकानदार, मेला कमेटी के वालंटियर एवं सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी मिलजुल कर मेले में विधि व्यवस्था कायम रखेंगे. किसी प्रकार की गलत अफवाह होने पर तुरंत इसकी सूचना मेला कमेटी को दें. रूपेश साहू की ओर से कार्यक्रम का संचालन किया गया. इससे पूर्व अतिथियों का मेला समिति की ओर से गुलदस्ता व अंगवस्त्र के साथ मोमेंटो देकर स्वागत किया गया. मौके पर भोला महांती, शंभू आचार्य, छोटेलाल साहू, सौरव साहु, कृष्णा राणा, उमेश भोल, कुणाल साहू, रितिक साहू, निहित साहू उपस्थित थे.विभिन्न प्रकार की प्रतिमाएं आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं
मौसीबाड़ी के गुंडिचा मंदिर में मेला समिति की ओर से विभिन्न प्रकार की प्रतिमाओं का निर्माण किया गया है, जिसमें विशालकाय गरुड़ है. इसमें भगवान नारायण व माता लक्ष्मी सवार हैं. साथ ही महाभारत के विभिन्न किरदारों की प्रतिमाएं बनाकर उनके चरित्र को दर्शाया गया है.
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